5 लाख के लिए दामाद ने किया था मर्डर, इस हालत में मिली थी सास और ससुर की लाश
छग
बलौदा बाजार। जिले के कसडोल थाने की पुलिस ने दोहरे हत्याकांड का खुलासा किया है, जिसमें पैसों के लेन-देन को लेकर दामाद ने सास-ससुर की गला दबाकर व पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी। बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी दामाद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
बीते 22 मई को कसडोल थानांतर्गत सिद्धखोल में दो दिनों से लापता पति और पत्नी में पत्नी लक्ष्मी बाई मानिकपुरी की लाश संदिग्ध हालत में कसडोल पुलिस को सिद्धखोल जल प्रपात के समीप मिला था, लेकिन शव धूप के कारण गर्मी में काला पड़ गया था। जिसके बाद पुलिस ने शव को स्वजनों के पहचान पर मृतका लक्ष्मी मानिकपुरी के नाम से पहचान की थी । इस मामले को पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया था। वहीं इसी क्रम में पुलिस की जांच में लगातार नए-नए संदेही आरोपित सामने आ रहे थे, लेकिन पुलिस को प्रारंभिक जांच में ही आरोपित दामाद ईश्वर दास मानिकपुरी पर शक था जिसे गिरफ्तार कर पूरे मामले की जांच कर रही है।
आरोपी दामाद ने बताया कि सास-ससुर को पांच लाख रूपये आरोपी के द्वारा दिया गया था तथा पांच लाख रूपया का गारंटर बनकर दिलाया था, लेकिन दामाद को यह बात पता चली कि सास-ससुर वह पैसा नहीं लौटाएंगे। जिसके बाद पैसा डूबने के डर से आरोपित दामाद ने सास और ससुर की हत्या करने की योजना बनाई। आरोपित ने सास लक्ष्मीबाई मानिकपुरी को अपने बाइक पर बैठाकर हत्या करने के इरादे से बहकाकर कसडोल से सिद्धखोल जलप्रपात मोड के पास ले गया। जहां मुंह दबाकर और पत्थर से मारकर हत्या कर शव को घसीटकर झाड़ियों में छुपाकर रख दिया।
हत्यारा दामाद ने मृतिका के पति नेहरू दास का भी हत्या करने की बात कही। आरोपी द्वारा पहले से बनाए हुए रणनीति के आधार पर ससुर नेहरू दास का गमछा से गला घोटने व शव को जलाने की बात कही। जिसके बाद घटना स्थल से मृतक नेहरू दास मानिकपुरी का जला हुआ चश्मा एवं कपड़े के टुकड़े, टूटे हुये मोबाईल के टुकड़े बरामद किया गया। हांलांकि मौका ए वारदात पर शव नहीं मिला है, वहीं इस पूरे मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।