भिलाई। सात साल पुराने चोरी के एक मामले में पुलिस ने बेटे और भांजे को गिरफ्तार किया है. घटना का खुलासा करते हुए एएसपी संजय कुमार ध्रुव ने बताया कि वार्ड 5 सुपेला निवासी शिव लखन चौधरी ने वर्ष 2015 में सिंगरी पारा के मकान में रखे तिजोरी से सोने-चांदी के जेवरात चोरी होने की शिकायत पुलिस से की थी. पीड़ित का परिवार स्थित अपने नए मकान में शिफ्ट हुआ तब उसे घटना की जानकारी हुई. चोरी हुए चांदी के जेवरात बरामदे में पीड़ित को पड़ा मिला. लेकिन वर्ष 2016 में कई तोले सोने के जेवरात गायब थे. इस दौरान परिजन एक दूसरे पर संदेह जता रहे थे. परेशान होकर परिजनों ने घटना की शिकायत सुपेला थाने में दर्ज कराई.
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच करना शुरू की. पीड़ित को अपने भांजे कुरूद निवासी भूपेंद्र कुमार चौधरी पर संदेह था. घटना के बाद से भूपेंद्र लगातार यूपी में रहने लगा था भूपेंद्र अपने कुरूद निवास यूपी से आया था. पुलिस को जैसे आने की सूचना मिली. पुलिस ने संदेही को घेराबंदी कर तुरंत भूपेंद्र को पकड़ लिया. पूछताछ में पता चला कि घटना को अंजाम देने में पीड़ित का पिता मनोज कुमार चौधरी भी इसमें शामिल था. चांदी 1 किलो नहीं खपा पाने से घर में ही बिखेर दिया था. आरोपी भूपेंद्र और मनोज ने पुलिस को बताया कि 11 तोला सोना अलग-अलग समय में IIFL गोल्ड लोन में गिरवी करना स्वीकार किया. उक्त बैंक आकाश गंगा सुपेला में स्थित है. 9 तोला सोने को दोनों आरोपी के आपस में बांट लिया था. पत्रकार वार्ता में सीएसपी आरके जोशी सुपेला थाना प्रभारी सुरेश कुमार शामिल थे.
आरोपियों के बयान के मुताबिक पुलिस IIFL के कार्यालय पहुंची. तब गोल्ड लोन के अधिकारियों ने उनके द्वारा लगभग 11 तोला सोना वर्ष 2015 में गिरवी रखने की पुष्टि की IIFL गोल्ड लोन के द्वारा सारे दस्तावेज प्रस्तुत किये और उनके द्वारा यह जानकारी दी गई कि गोल्ड लोन के नियमानुसार एक साल के बाद तक किसी प्रकार भी लोन की राशि अदा नहीं करने की स्थिति में गिरवी रखे सोने को ऑक्सन कर दिया गया है. IIFL गोल्ड लोन से विभागीय कार्यवाही जारी है. आरोपी भूपेन्द्र एवं मनोज को मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है.