सुकमा। जिला प्रशासन को इस मामले में ध्यान देना चाहिए कि सुकमा जैसे नक्सलाइट और दुर्गम क्षेत्र में काम करने वाले डॉक्टर का घर छीनकर उसे बेघर कर दिया जा रहा है। घोर नक्सलाइट जोन में काम कर रहे डॉक्टर को रहने के लिए एक छत भी नहीं मिलती।
नेता कहते फिरते हैं कि डॉक्टर गांव में नहीं जाना चाहते हैं। असली सच्चाई यही है कि सरकारें डॉक्टरों को भी सुविधा उपलब्ध नहीं कराती है और न ही उनके किसी समस्या का निराकरण करती हैं और ऐसी हालातों से डॉक्टर थककर वहां से जाने को मजबूर हो जाता है।