पुलिस की सख्ती के बाद भी हो रही शराब की तस्करी

धरपकड़ के लिए चेकिंग, छापेमारी अभियान

Update: 2021-03-26 05:21 GMT

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी के कई इलाकों में अवैध धंधों का कारोबार चल रहा है जिसे रोकने के लिए पुलिस अथक प्रयास कर रही है। अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस लगातार चेकिंग और गश्त अभियान के साथ-साथ सर्च ऑपरेशन भी चला रही है। साथ ही समय-समय पर अवैध शराब के खिलाफ भी अभियान चलाती रहती है। इसी के अंतर्गत आगामी होली के त्योहारों पर शांति व्यवस्था बनाये रखने के मद्देनजर पुलिस ने कई वारंटियों की तामिली भी की है। उसके बाद भी कुछ शराब माफिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। अवैध शराब का धंधा भी जोर पकडऩे लगा है। साथ ही पुलिस ने भी ऐसे लोगों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया। शराब, ड्रग्स हो या कुछ और लेकिन युवाओं को शायद मौत का भी खौफ नहीं रहा। और अवैध शराब की तस्करी में भी पुलिस ज्यादा रोक नहीं लगा पा रही है।

जनता से रिश्ता ने किया आगाह : जनता से रिश्ता में लगातार खबरें प्रकाशित की है, उसके बाद भी पुलिस की ढिलाई के चलते राजधानी के बड़े होटलों और पब्स में खुलेआम अवैध नाइट पार्टियां चलती है, अवैध शराब परोसे जाते है, प्रशासन के बिना अनुमति के छुटभैय्या नेताओं के संरक्षण में होटल, क्लब संचालक बेखौफ इन पार्टियों का आयोजन कर रहे है। जिसमें समय सीमा खत्म होने के बाद भी शराब और हुक्के परोसे जाते है। पार्टी के आयोजन कर्ताओं और होटलों के संचालकों को इलाके के पुलिस थानों से भी संरक्षण मिल रहा है। इसका पुख्ता सुबूत जनता से रिश्ता के पास मौजूद है। दिखावे के लिए आयोजित कैंडल नाइट डिनर के बाद कई होटलों और पबों में देर रात तक पार्टियां चलती रही। जिसमें शराब और नशा भी बेचा गया है।

जिला बना नशे का गढ़

रायपुर जिले का हर थाना क्षेत्र हर नशे का गढ़ बन गया है। यहाँ गांजा अवैध शराब सहित मेडिशिन नशे का अवैध काला कारोबार अब दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रायपुर शहर व ग्रामीण क्षेत्र में यत्र तत्र अवैध नशे का कारोबार इस तरह फल फूल रहा है मानो इन कारोबारियों को प्रशासन का कोई खौफ ही नही है। शहर के तेलीबांधा से लेकर वीआईपी रोड नशे का गढ़ माना जा रहा है।

ठेकों में मासूम गटक रहे हैं जाम

रायपुर शहर के ठेकों में मासूम भी शराब के जाम गटक रहे हैं। यह सब दिन-दहाड़े और शहर के व्यस्त क्षेत्र में हो रहा है। शहर के प्रमुख स्थानों पर शराब के ठेकों की स्थिति यह है कि किसी भी उम्र का किशोर शराब की बोतल खरीदकर ले जा सकता है। शराब लेने के बाद कई किशोर तो इन दुकानों में अंदर बैठकर भी दीवार की ओट में शराब पीते हुए दिखाई देते है। शहर के बस डिपो, माना रोड, अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल सहित कई स्थानों किशोर शराब ले जाते हुए मिले।

शहर में बढ़ रहा शराब का सुरूर

बड़े शहरों की तर्ज पर रायपुर नशाखोरी का अड्डा बनता जा रहा है। सबसे ज्यादा युवा वर्ग इसकी चपेट में है। रायपुर शहर में अफीम, चरस, गांजा, ड्रग्स, नशीले इंजेक्शन और टैबलेट समेत अन्य माध्यमों से नशा किया जा रहा है। नशे के मंहगे माध्यमों के लिए बड़ा नेटवर्क शहर में पांव पसार रहा है। जो भारी मात्रा में नशे की खेप रायपुर पहुंचा रहा है। रायपुर में पुलिस का तंत्र कमजोर हो गया है। इस कारण नशा माफिया सक्रिय होकर इस अवैध कारोबार में तेजी पकड़ रहे हैं। पुलिस कभी कभार नशे के खिलाफ कार्रवाई करत नजर आती है लेकिन अभी तक सरगना तक पहुंच पाने में पुलिस नाकाम रही है।

शराब तस्करी का नया तरीका

अवैध रूप से शराब की खेप को शहर से बाहर ले जाने के लिए नशे के कारोबारियों ने एक नया तरीका निकला है। पुलिस लाइन के आस-पास सफ़ेद रंग की पिकअप में तेल के पैकेट वाले कार्टून में शराब की बोतलों को भरकर तस्करी किया जा रहा है। इसके अलावा वाहनों की सघन चेकिंग में बिना पर्याप्त कारण के पुलिस इन गाडिय़ों को रोक भी नहीं पाती। और अगर कोई चेकिंग में ये गाडी रुक गई तो लाइन की गाड़ी है बोलकर ड्राइवर गाड़ी ले जाता है। जाहिर है यह सुनकर कोई भी यातायात कर्मचारी गाड़ी रोकेगा ही नहीं। शराब और पैसे के दम पर ही शहर में छुटभैय्या नेताओं ने राज किया है और करते जा रहे है।

शराब की अवैध फैक्ट्री का भांडाफोड़, ठिकाने से एक आरोपी गिरफ्तार

राजधानी की कमान सम्हालने के कारण जिस रायपुर पुलिस से पूरे प्रदेश के लिए आदर्श पुलिसिंग का एग्जाम्पल सेट करने की अपेक्षा की जाती है, उसी रायपुर पुलिस ने आज रायपुर के टाटीबंध इलाके में पिछले कई सालों से संचालित शराब की एक अवैध फैक्ट्री का भांडाफोड़ किया है। पुलिस सूत्रों ने इस कार्रवाई के संबंध में जानकारी दी है कि टाटीबंध के ढांचा चौक में छापामार कार्रवाई करते हुए आमानाका थाने की टीम ने अवैध रूप से कच्ची शराब बना रहे एक आरोपी करतार सिंह को गिरफ्तार किया है। करतार सिंह के उस नाजायज ठिकाने से 8 लीटर अवैध शराब, 10 किलोग्राम गुड़ समेत कई दूसरी सामग्रियां बरामद की हैं, जो कि कच्ची शराब बनाने के लिए सहायक होती हैं। होली और कोरोना के बढ़ते संक्रमण के इस माहौल में की गई इस कार्रवाई की तारीफ हो रही है। साथ ही यह भी चर्चा का विषय है कि यदि इतने सालों से यहां शराब की अवैध दुकान नहीं, बल्कि फैक्ट्री संचालित हो रही थी, लेकिन पुलिस को अब तक इसकी जानकारी नहीं हुई?

मिड-डे अखबार जनता से रिश्ता में किसी खबर को छपवाने अथवा खबर को छपने से रूकवाने का अगर कोई व्यक्ति दावा करता है और इसके एवज में रकम वसूलता है तो इसकी तत्काल जानकारी अखबार प्रवंधन और पुलिस को देवें और प्रलोभन में आने से बचें। जनता से रिश्ता खबरों को लेकर कोई समझौता नहीं करता, हमारा टैग ही है-

जो दिखेगा, वो छपेगा...

Tags:    

Similar News

-->