बिलासपुर। चोरो की कौम में भी अब पढ़े लिखे लोगो ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। चोरी से पहले बकायदा प्लानिंग होती है, ऐसी वैसी प्लानिंग नहीं फुल प्रूफ प्लानिंग। चोरी के लिए बकायदा रीसर्च की जाती है। तब कही जा के चोर फील्ड में उतरते हैं। लेकिन चोर तो चोर ही हैं कोई ना कोई सुराख छोड़ ही आते है।
जिसकी वजह से पुलिस उन्हे धर दबोचती है। मामला दरअसल छत्तीसगढ़ के सरकंडा पुलिस थाने का है। जहां पुलिस ने कारों से साइलेंसर चोरी वाले करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है ।पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए दो आरोपी बिलासपुर के रहने वाले हैं तो दो आरोपी उत्तर प्रदेश के बताए जा रहे हैं।
आरोपियों के पास से बिलासपुर पुलिस ने भारी तादाद में साइलेंसर से संबंधित पार्ट जप्त किए हैं । बताया जा रहा है कि चोरों के निशाने पर इको कार हुआ करती थी। जिनके साइलेंसर में एक खास किस्म की धातु होती है जिनका रेट सोने से 203 गुना ज्यादा बताया जा रहा है और इसी कीमती धातु को यह साइलेंसर से निकालकर उसी कीमत में बेचने का गोरखधंधा करते थे आरोपियों के खिलाफ पुलिस बिलासपुर जिले के अलावा अन्य जिलों में 60 से ज्यादा अपराध पंजीबद्ध है पुलिस ने उम्मीद जताई है कि कड़ी पूछताछ के बाद इनसे कई और चोरियों का खुलासा होगा साथी एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश भी जल्दी हो सकता है।