बस्तर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में पदस्थ CRPF के एक SI से मोबाइल सिम चालू करवाने और वैरिफिकेशन करने के नाम पर 6.40 लाख रुपए की ठगी हो गई है। ठग ने फोन पर एक ऐप डाउनलोड करवाया और फिर अलग-अलग किस्तों में पैसे ट्रांसफर कर लिए। मामले की जानकारी मिलने के बाद बस्तर पुलिस ने बिहार से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामला सिटी कोतवाली क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, कामानार कैंप में पदस्थ SI प्रकाश पांडेय ने मार्च 2022 में ठगी होने की FIR दर्ज करवाई थी। प्रकाश ने पुलिस को बताया था कि एक अंजान नंबर से उसके मोबाइल नंबर पर कॉल आया। फोन में बात कर रहे शख्स ने खुद को जिओ कंपनी का कर्मचारी बताया। वहीं सिम बंद होने वाला है इसे फिर से चालू करने और मोबाइल नंबर वैरिफिकेशन करवाने की बात कही। प्रकाश ठग के झांसे में आ गया।
ठग ने फोन पर क्विक सपोर्ट नाम का एक ऐप डाउनलोड करने को कहा। ऐप डाउनलोड करने के बाद ऐप में एक फॉर्म को भरवाया गया। जैसे-जैसे ठग ने कहा वैसे-वैसे प्रकाश ने पूरा प्रोसेस किया। फिर 10 रुपए का ऑनलाइन रिजार्च करवाया। कुछ देर बाद बैंक अकाउंट से पैसे कटने लगे। अलग-अलग समय पर अलग-अलग किस्तों में कुल 6 लाख 40 हजार रुपए बैंक खाते से कट गए।
पैसे कटने का जब नोटिफिकेशन आया तो उसके बाद प्रकाश को ठगी हुई है यह जानकारी मिली। जिसके बाद उन्होंने सिटी कोतवाली में मामले की शिकायत दर्ज करवाई थी। इधर, पुलिस अफसरों ने बताया कि, ठगी की जानकारी मिलते ही साइबर सेल को एक्टिव कर दिया गया था। जिस नंबर से फोन आया था उसकी डिटेल खंगाली गई थी। जांच में मोबाइल का लोकेशन बिहार में होना दिखाया।
जिसके बाद जवानों की एक टीम बनाकर बिहार के लिए भेजा गया था। बिहार के नालंदा जिले के एक घर में मोबाइल का लोकेशन शो कर रहा था। उस घर में पुलिस ने अचानक दबिश दी और दो आरोपी चंद्रकांत कुमार और नीरज कुमार को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से 1.40 लाख कैश समेत, 22 नग अलग-अलग कंपनियों का सिम, मोबाइल, लैपटॉप, पेन ड्राइव समेत अन्य सामान बरामद किया गया।