बीजापुर। कलेक्टर कटारा के मार्गदर्शन में डाइट में आयोजित सबक ग्रीष्म कालीन शिक्षा गुणवत्ता प्रशिक्षिण में जिले के 194 शिक्षादूतों ने 25 दिनों तक आवासीय प्रशिक्षण प्राप्त किया। 25 दिनों के प्रशिक्षण में शिक्षादूतों को स्थानीय मास्टर्स ट्रेनर्स, मास्टर माइंड अबेकस, शिष्यार्थ ट्रस्ट, यूनिसेफ और प्रथम संस्था ने पुन: संचालित शालाओं में शिक्षा के स्तर को प्रभावी बनाने ठोस कार्ययोजना के साथ प्रशिक्षण का संचालन किया गया। प्रशिक्षण में अबेकस के माध्यम से गणित को सरलता से हल करने, भाषा मे वाक्यो को सरलता से पढऩे और लिखने, बुनियादि दक्षता के स्तर को प्राप्त करने, टीएलएम सामग्री का निर्माण, लर्निग ऑउटकम्स प्राप्त करने, अंगना मा शिक्षा, निपुण भारत, स्कूल रेडिनेस, बेगलेस डे, पाठ योजना, सीख पिटारा, शाला प्रबंधन समिति के कार्य और गठन आदि विषयों पर मूलभूत कार्य को दक्षता से किये जाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। समापन अवसर पर शिक्षादूतों ने बारी बारी से सीखे गए दक्षताओं का प्रदर्शन किया और प्रशिक्षण के अनुभव को साझा किया। इस अवसर पर कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने शिक्षादूतो को शिक्षा से वंचित बच्चो के लिए महत्वपूर्ण कड़ी बताया।
कलेक्टर ने कहा कि विद्यादान से बढ़कर कोई दान नहीं होता है, आप लोग जो कार्य कर रहे है, वह अमूल्य योगदान है। आप सब ने गांव में शिक्षा की अलख जगाने का बीड़ा उठाया है, इस जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी और लगन से पूरा करना है। जिला शिक्षा अधिकारी बीआर बघेल ने इस अवसर पर कहा कि कलेक्टर महोदय की सोच और मंशा के अनुरूप एक प्रभावी और उपयोगी प्रशिक्षण योजना को साकार किया गया। शिक्षादूत कि लिए यह प्रशिक्षण उपयोगी होने के साथ शिक्षा गुणवत्ता के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। इस अवसर शिक्षादूतों ने कलेक्टर और डीईओ को स्मृति चिन्ह भेंटकर उन्हें प्रशिक्षण में शामिल करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रशिक्षण डाइट प्राचार्य सरिता दुब्बा, नोडल अधिकारी एपीसी मोहम्मद जाकिर खान, एपीसी श्रीनिवास एटला ने कार्ययोजना तैयार कर क्रियान्वयन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।