गरियाबंद। दुर्लभ बीमारी प्रोजेरिया नामक बीमारी से ग्रसित शैलेन्द्र ध्रुव की इच्छी पूरी हो गई है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर वे आज एक दिन के लिए गरियाबंद कलेक्टर बन गए है. छुरा विकासखंड के मेढ़कीडबरी गांव के निवासी शैलेन्द्र ध्रुव की हालत हू-ब-हू अमिताभ बच्चन की फिल्म 'पा' के ओरो जैसी है. शैलेन्द्र वैसे तो मात्र 16 साल का है, लेकिन बीमारी के कारण उसकी शारीरिक कौशिकाओं का अधिक विकास हो चुका है, जिसके चलते उसकी त्वचा 80 साल के बुजुर्ग जैसी नजर आती हैं. शैलेन्द्र स्कूल जाता है, लेकिन शिक्षक पढ़ाई को लेकर कभी उस पर कोई दबाव नहीं डालते है. वह दूसरे बच्चों की तरह ना तो शरारत करता है, और ना ही खेलता है. स्कूल के सब बच्चे भी उसके साथ सामान्य व्यवहार करते हैं.