IAS समीर बिश्नोई समेत कई अधिकारियों ED ने दर्ज किया प्रॉसिक्यूशन का मामला
छग
रायपुर .छत्तीसगढ़ में कोल परिवहन में अवैध लेवी के मामले में आईएएस समीर विश्नोई, सूर्यकांत तिवारी और सीएम सचिवालय को डिप्टी सेक्रेटरी रही सौम्या चौरसिया सहित अन्य के खिलाफ स्पेशल कोर्ट में प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट दर्ज किया है। ईडी ने विशेष न्यायालय में अभियोजन शिकायत दर्ज की है। छत्तीसगढ़ राज्य में कोयला लेवी उगाही घोटाले में सूर्यकांत तिवारी, सौम्या चौरसिया, समीर विश्नोई आईएएस और अन्य के खिलाफ कोर्ट (पीएमएलए) संज्ञान में लिया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिया था बड़ा बयान
भूपेश बघेल ने पहले भी कहा था ईडी का एकमात्र काम है बीजेपी को चुनाव में फायदा करवाना. आप सबको पता है कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी बेहद कमजोर है, उसके पास कोई मुद्दा नहीं है. आनन-फानन में 2 हजार करोड़ रुपए का आरोप लगा दिया गया. ईडी बीजेपी के एजेंड के रूप में काम कर रही है. 5 मिनट के काम के लिए लोगों को घंटों-घंटों तक बिठा कर रखते हैं और 2 सवाल पूछते हैं. ये लोग दहशत फैलाने का काम कर रहे हैं. ये लोग कुछ भी कर लें ऐसे षड्यंत्र को पहले भी बेनकाब किया जा चुका है. कांग्रेस पार्टी गीदड़ भभकी से डरने वाली नहीं है. ये आरोप चुनाव को देखते हुए लगाए गए हैं.
मुख्यमंत्री ने ईडी पर लोगों को प्रताणित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ईडी के अधिकारी लगातार ऑफिस बुलाकर प्रताणित कर रहे हैं और मारपीट कर रहे हैं. परिवार को परेशान किया जा रहा है. महिलाओं से नियम के विरुद्ध रात में पूछताछ की जा रही है. उन्हें खाना नहीं दे रहे, सोने नहीं दे रहे. इस तरह उनसे जबरदस्ती हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं. जो नोट है वो पहले से टाइप होकर आता है उसपर हस्ताक्षर करने के लिए कहा जाता है. नहीं करोगे तो जेल भेजने की धमकी देते हैं. परिवार को फर्जी केस में फसा देने की धमकी देकर उन्होंने हस्ताक्षर कराए हैं.
ईडी के आरोप पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जब छत्तीसगढ़ के राजस्व में डेढ़ गुना वृद्धि हो रही है तो आपका आरोप वैसे ही गलत हो जाता है. भारत सरकार के सीएजी ने भी छत्तीसगढ़ की आबकारी विभाग को क्लीन चिट दी है. इसके आगे सीएम ने कहा कि फरवरी 2020 में आयकर की टीम ने आबकारी विभाग के संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ रेड की थी. उस समय भी आईटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी नहीं की थी क्योंकि किसी के यहां कुछ मिला ही नहीं था. फिर मार्च 2023 में ईडी ने छापा मारा उस दौरान भी उन्हें शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा. उन्होंने कोई प्रेस विज्ञप्ति जारी नहीं की.
ये है पूरा मामला
प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लांड्रिंग और कोल परिवहन को लेकर IAS समीर बिश्नोई, सौम्या चौरसिया, सूर्यकान्त तिवारी को गिरफ्तार किया था। जेल में बंद सभी आरोपितों की न्यायिक रिमांड एक अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। मनी लांड्रिंग और कोल परिवहन मामले में शनिवार को स्पेशल जज अजय सिंह राजपूत की अदालत में सुनवाई हुई। वहीं सूर्यकांत तिवारी की मां कैलाश तिवारी और भाई रजनीकांत तिवारी की ओर से अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई गई थी, जिसे स्पेशल जज ने खारिज कर दी। ईडी ने दूसरे चालान में दोनों को आरोपित बनाया था। इसके अलावा ईडी की ओर से रायपुर सेंट्रल जेल में बंद आइएएस समीर विश्नोई से पूछताछ और जांच के संबंध में रिमांड की मांग की गई थी।
शनिवार दोपहर के समय बहस हुई और शाम को स्पेशल जज ने फैसला छह मार्च के लिए सुरक्षित रखने की जानकारी दी। मनी लांड्रिंग के मामले में जेल में बंद आइएएस विश्नोई, सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी, सौम्या चौरसिया आदि की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई, जिसके बाद स्पेशल कोर्ट ने सबकी न्यायिक रिमांड एक अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी है। इधर जेल में बंद आरोपित राजेश चौधरी की ओर से जमानत के लिए आवेदन किया गया है, जिस पर सोमवार को सुनवाई होगी। वहीं नितिन चंद्राकर द्वारा ईडी के अधिकारियों पर लगाए गए मारपीट के आरोपों पर भी एक अप्रैल को सुनवाई होगी। अब तक जेल में बंद सभी आरोपितों की जमानत अर्जी का ईडी के अधिकारियों और वकीलों ने विरोध किया है। इसके कारण न्यायालय ने किसी को जमानत नहीं दी है।