रायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनीज के विद्युत सेवा भवन में उच्च रक्तचाप नियंत्रण सेमीनार में विभिन्न रोगों के प्राकृतिक उपचार एवं रोकथाम के लिए विपश्यना एवं आहार-विहार पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता सीताराम साहू को कार्यपालक निदेशक ज्योति नन्नौरे, अतिरिक्त मुख्य अभियंता (मानव संसाधन) विनोद अग्रवाल, महाप्रबंधक (वित्त) वाई.बी.जैन द्वारा पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। मानव संसाधन विभाग पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विद्युत कंपनी के अधिकारी-कर्मचारीगणों को विपश्यना पद्धति एवं स्वास्थ प्रबंधन पर जानकारी प्रदान की गई। श्री साहू द्वारा स्वास्थ प्रबंधन के विविध माध्यमों पर पॉवर पांइट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुति दी गई। उन्होंने बताया कि विश्व में मृत्यु दर और विकलांगता का प्रमुख कारक बढ़ता हुआ रक्तचाप है। वैश्विक स्वास्थ आंकड़ों के अनुसार 10.8 मिलियन लोगों की मृत्यु का कारण हायपर टेंशन व विकृत जीवनशैली है।
उच्च रक्तचाप एवं डायबिटिज वर्तमान जीवन में सबसे जटिल बीमारी है, इसके रोकथाम के लिए हितभुक, मितभुक एवं रितभुक के नियमों का पालन करने की सलाह दी। इस सेमीनार में स्वास्थ प्रबंधन हेतु आध्यात्मिक व मानसिक विकास, विपश्यना एवं शारीरिक स्वास्थ के लिए पौष्टिक आहार, सीमित खानपान व सरल जीवनशैली का अनुसरण करने का आग्रह किया गया। श्री साहू ने बताया कि विभिन्न पद्धतियों के जरिये व्यक्ति को अवसाद और तनाव से मुक्त किया जा सकता है। श्री साहू प्रशिक्षित योग गुरू व विपश्यना केन्द्रों में आचार्य है। वे धम्मकेतु विपश्यना ध्यान केन्द्र थनोैद जिला दुर्ग, धम्मगढ़ विपश्यना ध्यान केन्द्र भरारी जिला बिलासपुर, धम्मकुटी विपश्यना ध्यान केन्द्र सिंगारभाटा जिला रायपुर एवं धम्मांचल विपश्यना ध्यान केन्द्र उंचडीह जिला सरगुजा के केन्द्र आचार्य हैं। वे समय-समय पर विद्युत कंपनी के विभिन्न कार्यालयों में शिविर व कार्यशाला के माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य के लिए विद्युत अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशिक्षण देते हैं। कार्यक्रम का संचालन अतिरिक्त महाप्रबंधक(जनसंपर्क) श्री उमेश कुमार मिश्र द्वारा किया गया।