एसडीएम ने कराई जांच: स्टाम्प की कालाबाजारी नहीं, मैन्युअली स्टाम्प पेपर की कमी नहीं

Update: 2021-12-14 16:32 GMT

धमतरी। राज्य स्तरीय एक समाचार पत्र के स्थानीय संस्करण में 26 नवम्बर को प्रकाशित 'शपथ पत्र बनवाने में छात्रों की जेब ढीली' नामक शीर्षक से एक समाचार प्रकाशित हुआ था, तत्संबंध में संज्ञान लेते हुए कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा ने नगरी एसडीएम को इसकी जांच के लिए निर्देशित किया था। एसडीएम नगरी श्री चंद्रकांत कौशिक ने तहसीलदार से जांच कराकर कलेक्टर को प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें स्टाम्प पेपर्स की कथित कालाबाजारी के संबंध मे बताया कि तहसीलदार नगरी के द्वारा स्टाम्प वेंडर, नोटरी, दस्तावेज लेखक को तलब कर पूछे जाने पर बताया गया कि 10 व 20 के मैन्युअल स्टाम्प की कमी है तथा नोटरी के द्वारा किए जाने वाले सत्यापन का निर्धारित शुल्क ही लिया जा रहा है। उन्होंने आगे बताया कि 05 व 10 का ई-स्टाम्प शपथ पत्र बनाकर जारी किया जा रहा है एवं शपथ पत्र के संबंध में किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। 

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