जशपुर। जिले के फरसाबहार के एसडीएम शबाब खान पर कर्मचारियों को प्रताड़ित करने एवं उनसे मालिश करवाने का गंभीर आरोप लगा है। साथ ही पद का दुरुपयोग करने के मामले में जांच व कार्रवाई की मांग तेज भी की जा रही है। कर्मचारियों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कलेक्टर के पास शिकायत की है। विभाग में अटैच गौरी शंकर यादव एवं नवीन कुमार चौहान के द्वारा बताया गया कि उनका मूल पदस्थापना कहीं और है, लेकिन पंचायत चुनाव 2019 में एसडीएम ने अपने कार्यालय में ही कर्मचारियों को संलग्न कर रखा है एवं अपने घर का निजी कार्य कराते हुए शरीर का मालिश कराया जाता है। इतना ही नहीं उनसे बाजार से दवाई एवं सब्जी भाजी मंगाई जाती है, लेकिन बदले में पैसे नहीं दिए जाते।
प्रताड़ना का क्रम इतना तेज रहा है कि छुट्टी के दिन भी उन्हें घर में बुलाकर साफ सफाई का कार्य कराया जाता था। प्रताड़ना से तंग आकर कर्मचारियों ने अपने मूल पद पर वापस जाने का आग्रह एसडीएम से किया, तो उनके द्वारा पद पर कर्तव्यनिष्ठा पूर्वक वहन नहीं किए जाने का उल्लेख कर आदेश जारी कर दिया गया। जिसके सुधार हेतु वह एसडीएम से निवेदन करने जब भी गए एसडीएम द्वारा कर्मचारियों को धमकाया गया। जानकारी के अनुसार, एसडीएम द्वारा कहा गया कि मैं ब्लॉक का कलेक्टर हूं मैं जो चाहूंगा वही होगा। कर्मचारियों ने मानसिक रूप से प्रताड़ित का आरोप लगाते हुए एसडीएम के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। वहीं प्रशासन से निवेदन करते हुए उनके मूल पदस्थापना वापसी आदेश को संशोधन कर सुधार भी किया जाए।
इतना ही नही वाहन चालक गौरी शंकर यादव ने बताया, कि एसडीएम साहब अपने निजी स्वार्थ के लिए जब भी अपने सामाजिक परिवारिक कार्यक्रम के लिए कहीं भी गए तो वह सरकारी वाहन का उपयोग लगातार करते रहे। मामले की जानकारी लेने के लिए जब हम फरसाबहार एसडीएम शराब खान के ऑफिस और निवास में पहुंचे तो एसडीएम साहब बिलासपुर को रवाना हो चुके थे। वहीं जब फोन पर बात करनी चाहि तो बिलासपुर हाई कोर्ट का बहाना कर मामला को निराधार बताया। सूत्रों से जानकारी ये भी मिली है कि एसडीएम शबाब खान का घर बिलासपुर में है और वह हमेशा शासकीय वाहन को अपने निजी स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करते है ।