जांजगीर-चांपा। कलेक्टर निर्देशन में शिक्षा विभाग व अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में जिले के स्कूलों में सीखना-सिखाना केंद्र के नाम पर ग्रीष्मकालीन शिविर का आयोजन किया जा रहा है। ग्रीष्मकालीन शिविर का आयोजन तीन चरणों में संचालित की जा ही है। ग्रीष्मकालीन शिविर का पहला चरण 17 अप्रैल से शुरू होकर 30 अप्रैल तक चलेगा। दूसरा व तीसरा चरण मई के अंत तक चलेगा। इस दौरान 78 स्कूलों के बच्चे 51 ग्रीष्मकालीन शिविर में शामिल होकर अपनी रचनात्मकता को एक नई उड़ान देंगे।
जिला मिशन समन्वयक से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के विकासखंड बम्हनीडीह, पामगढ़ व नवागढ़ के लगभग पांच हजार बच्चें पढ़ाई के साथ सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में शामिल हो रहे है। सीखना-सिखाना केंद्र की मुख्यत: दो उद्देश्य हैं, पहला कोरोना काल के दौरान, विद्यालय बंद होने के कारण बच्चों की सीखने में हुई क्षति की भरपाई करना, ताकि प्रत्येक बच्चें पिछले कक्षाओ की विषयवस्तुओं को सीखते हुए मौजूदा कक्षा स्तर पर पहुच सके और दूसरा बच्चों के अंदर सीखने-सिखाने की प्रक्रियाओं को लेकर रुचि उत्पन्न कर पाए, ताकि वे बेझिझक और बिना तनाव के साथ एक स्वतंत्र पाठक बन सकें। बच्चे बहुत ही जिज्ञासु होते हैं, उनके सवाल आस-पास के वातावरण व जीवन से जुड़े होते हैं। उन्हें बस जरूरत होती है इसे सही दिशा देने की। समर कैंप के माध्यम से बच्चों को अपने आस-पास की चीजों व प्रकृति से जोडऩे व संवेदनशील नागरिक बनाने की प्रक्रिया को बहुत ही सहज रूप में आगे बढ़ाया जा रहा है और उतने ही सहजता से बच्चे इसे ग्रहण भी कर रहे हैं।
गर्मी की छुट्टियों में भी अध्यापक अपने कर्तव्य को पूरी शिद्दत के साथ निभाने के लिए तत्पर हैं। वे नए व आकर्षक प्रयोगों से बच्चों की कलात्मकता व सृजनशीलता को एक नया आयाम दे रहे हैं। वे समर कैंप के माध्यम से अपने स्कूल के बच्चों को ऊर्जान्वित कर रहे हैं और बच्चों के अंदर सामूहिक बोध का विकास हो रहा हैं, जिससे सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को बच्चे पूरी सामूहिकता के साथ आत्मसात कर सकें, ताकि बाद के दिनों में बेहतर राष्ट्र निर्माण व भविष्य का भारत के लिए समूहिक ज्ञान प्रणाली व सृजनशीलता की आवश्यकता को ये बच्चे अपनी कलात्मकता व नई सोच के साथ पूरा करेंगे। शिक्षा विभाग व अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में संचालित ग्रीष्मकालीन शिविर में शिक्षा विभाग के अधिकारी जिला मिशन समन्वयक, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक और संकुल समन्वयक द्वारा ग्रीष्मकालीन शिविर में शामिल होकर बच्चों से हुईं चर्चा में बताया गया कि बच्चें इस आयोजन से बहुत आनंदित महसूस कर रहे और ग्रीष्मकालीन शिविर का लाभ ले रहें हैं।