महासमुंद। महासमुंद नगर के प्रीमियम शराब दुकान में आबकारी विभाग द्वारा जांच के दौरान लाखों की गड़बड़ी के मामले में 4 लोगों के खिलाफ गबन का मामला सिटी कोतवाली में दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि सहायक जिला आबकारी अधिकारी वृत्त महासमुंद दीपक कुमार ठाकुर ने एफआईआर दर्ज कराई है कि 17 एवं 19 दिसंबर को प्रीमियम विदेशी मदिरा दुकान महासमुंद का निरीक्षण किया गया। प्रीमियम विदेशी मदिरा दुकान के निरीक्षण पर स्कंध के अनुसार कुल राशि 36,90,790 रुपए की शराब भौतिक निरीक्षण पर नहीं होना पाया गया।
जांच में पाया गया कि प्लेसमेंट एजेंसी ईगल हंटर सोल्यूशन लिमिटेड के कर्मचारी मुख्य विक्रयकर्ता अमित राय, विक्रयकर्ता गौरी शंकर सेन, विक्रयकर्ता तुकेश दीवान एवं मल्टीपर्पस वर्कर लक्ष्मीनारायण साहू के द्वारा विक्रय हेतु प्रदत्त शराब को एक राय होकर धोखाधड़ी पूर्वक अवैध लाभ अर्जन करने की नीयत से विक्रय की कुल राशि 36,90,790 रुपए का गबन कर लिया गया है। मामले में सिटी कोतवाली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 3 (5), 316, 318(3, 318(4)बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। मामला यह है कि सहायक आबकारी अधिकारी आबकारी ने 17. दिसंबर.2024 को प्रीमियम विदेशी मदिरा दुकान महासमुंद का निरीक्षण किया। उस वक्त निरीक्षण विक्रयकर्ता गौरी शंकर सेन, टुकेश दीवान एवं मल्टीपर्पस वर्कर लक्ष्मीनारायण साहू मदिरा दुकान में उपस्थित पाए गए। बैगपाईपर व्हिस्की की स्कंध की दुकान में जांच करने पर विक्रयकर्ताओं के द्वारा गोलमोल जवाब दिया गया। जवाब संतोषप्रद न लगने पर सभी पेटियों को संग्रहित समस्त बोतलों को नगवार भौतिक सत्यापन करने / जांच करने पर दैनिक मदिरा स्कंध पंजी में 373 नग व मदिरा दुकान में 136 नग बोतल का उपलब्ध होना पाया व 273 नग का अंतर परिलक्षित होना पाया। उक्त आधार पर मदिरा दुकान का भौतिक सत्यापन किया गया।
भौतिक सत्यापन पश्चात दुकान में उपलब्ध मदिरा स्कंध व पंजी अनुसार भिन्नता पाई गई। प्रत्येक पेटियों की सूक्ष्मता से जांच करने पर पेटियों को सीलबंद अवस्था में पाया गया, जिसके सीलटेप को फाडक़र नगवार मिलानकर दुकान में संग्रहित पेटियों में 12 नग के स्थान पर 05 नग, 04 नग, 03 नग रखा होना पाया। प्रत्येक ब्राण्ड/लेबल की पेटियों की सूक्ष्मता से जांच करने पर मैकडावेल नं. 01, रेड लेबल, टीर्चस 50, ब्लैक डाग, 100 पाईपर, सिंगनेचर रेयर, रायल चैलेन्ज, बैग्पाईपर, आफ्टर डार्क, ओकस्मिथ, रायल ग्रीन, रायल स्टैग, द वोल्फस्टोन ब्रांड में अत्यधिक कमी पाई गई।
स्कंध पंजी अनुसार अन्य ब्राण्ड के मदिरा के स्कंध में भी कमी पाई गई। दुकान में संधारित दैनिक मदिरा हिसाब पंजी में मदिरा के प्रारंभिक स्कंध में भी अंतर पाया गया। परमिट अनुसार मदिरा का स्कंध मिलान पर व दैनिक मदिरा विक्रय की राशि व भौतिक सत्यापन में प्राप्त मदिरा स्कंध में आई कमी व दैनिक मदिरा विक्रय राशि में आई अचानक बढोत्तरी स्टाक मिलान पर दैनिक मदिरा हिसाब पंजी अनुसार विक्रय राशि दिनांक 17.दिसंबर .2024 की राशि 3902140 रू. (उन्नतालीस लाख दो हजार एक सौ चालीस) होना पाया गया। जबकि दुकान की वास्तविक बिक्री 211350 रू. (दो लाख ग्यारह हजार तीन सौ पचास रूपये) होना पाया। जिसमें नगद विक्रय राशि 108850 रू. व पी.ओ.एस. मशीन से प्राप्त विक्रय राशि 102500 रू. होना पाया। दुकान में उपलब्ध मदिरा का भौतिक सत्यापन करने पर व विक्रय की राशि का मिलान व परमिट का मिलान, ट्रांसफर परमिट का मिलान, परिवहन टूट-फूट का मिलान करने पर दुकान में 3690790 रू. (छत्तीस लाख नब्बे हजार सात सौ नब्बे रू.) का अंतर परिलक्षित होना पाया।
मुख्य विक्रयकर्ता अमित राय के निर्देश पर जांच के बाद समस्त कर्मचारियों विक्रयकर्ता गौरी शंकर सेन, विक्रयकर्ता तुकेश दीवान एवं मल्टीपर्पस वर्कर लक्ष्मीनारायण साहू ने गलती स्वीकार की। जांच में पाया गया कि मुख्य विक्रयकर्ता अमित राय, विक्रयकर्ता गौराशंकर सेन, तुकेश दीवान व मल्टीवर्कर लक्ष्मीनारायण साहू द्वारा छत्तीस लाख नब्बे हजार सात सौ नब्बे रूपए का गबन किया गया।