सिमगा। सिमगा जनपद पंचायत के 104 सरपंचों के खिलाफ जारी जांच को बंद कराने की मांग सरपंच संघ ने की है। शिकायतों और जांच से परेशान सरपंच जनपद ऑफिस के सामने धरना दे रहे हैं। जनपद पंचायत सिमगा के अंतर्गत कुल 104 ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने जनपद कार्यालय के सामने एकदिवसीय सांकेतिक धरना दिया। सरपंच संघ ने सीओ पंकज देव को ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी है कि सप्ताहभर के अंदर यदि 104 ग्राम पंचायतों के सरपंचों के खिलाफ हो रही जांच को बंद नहीं किया जाएगा तो हम सब कलम बंद, काम बंद कर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे जाएंगे।
सरपंच संघ के अध्यक्ष भुवनेश्वर वर्मा ने बताया कि साल 2020-2021 से पंचायत चुनाव में सरपंच गण निर्वाचित होकर आए हैं तब से पूर्व जिला पंचायत सदस्य बसंत ऑडिल पीछे पड़े हैं। वह 14 वें एवं 15 वें वित्त आयोग की राशि के आहरण को लेकर जिला पंचायत सीईओ एवं कलेक्टर के पास आए दिन जांच के लिए आवेदन देते हैं और जनपद कार्यालय के सामने धरने पर बैठकर 104 पंचायतों के सरपंचों के विरुद्ध बार-बार जांच कराते हैं। आखिर वे क्या साबित करना चाहते हैं। इस मामले में शिकायतकर्ता बसंत आडिल का कहना है कि सरपंच संघ का मुझे बार-बार टारगेट करना समझ से परे है। मैं सरपंच संघ को 104 पंचायत के ग्रामीणों के माध्यम से खुले मंच पर आमंत्रित करता हूं। जहां वे मुझ पर आरोप लगाएं और मैं जवाब दूंगा। यदि मैं हार गया तो सारी शिकायतें वापस ले लूंगा और राजनीतिक से सन्यास ले लूंगा।