सरपंच पर कुत्तों की हत्या करवाने के आरोप, कलेक्टर-एसपी से कार्रवाई की मांग
छग का मामला
बस्तर। ग्राम कोयदा के सरपंच ने शिकारी बुलवाकर 26 आवारा कुत्तों को मरवाकर फेंक दिया गया था। इस संबंध में पूर्व सरपंच व ग्रामीणों ने 29 जनवरी को कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) व पुलिस थाना लवन में शिकायत दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग की थी। शिकायत होने के 23 दिन बीद भी दोषी सरपंच पर कार्रवाई नहीं होने पर पूर्व सरपंच व ग्रामीणों ने फिर 19 फरवरी को कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर दोषी सरपंच पर कार्रवाई की मांग की है। कार्रवाई नहीं होने पर शासन स्तर पर शिकायत करने की बात कही है।
ग्राम पंचायत कोयदा के पूर्व सरपंच धनसाय साहू सहित ग्रामीण धनराज साहू, मनहरणलाल यादव, बेदराम साहू, बनऊ यदु ने बताया कि उन्होंने 29 जनवरी को कलेक्टर, एसपी, एसडीएम, पुलिस थाना लवन से शिकायत कर सरपंच हेमंत साहू पर कार्रवाई की मांग की थी। शिकायत के 23 दिन बीद भी किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने पर फिर कलेक्टर व एसपी से शिकायत की है। बताया कि सरपंच ने बिना कोई अनुमति के गांव के 26 आवारा कुत्तों को बाहर से शिकारी बुलवाकर मरवा दिया था। कुत्तों को हाई स्कूल रोड, नदी, तालाब, रामघाट नदी रास्ते में, अमरैया के पास फेंक दिया था।
कुत्तों को गांव वालों के सामने ही मारा था, जिसके वे लोग साक्षी हैं। दोषी सरपंच के खिलाफ पशु अधिनियम के तहत दण्डात्मक कार्रवाई की मांग की गई है। वहीं शिकायतकर्ताओं का भी कहना है कि सरपंच हेमंत साहू ने कुछ गवाहों को दबाव देकर कोरे कागज में हस्ताक्षर करवा लिए हैं क्योंकि महतारी वंदन योजना के लिए निवास प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ रही है। निवास प्रमाण पत्र में हस्ताक्षर के लिए जाने पर सरपंच कहता है कि मेरे खिलाफ दिए बयान को बदलो तभी फॉर्म में दस्तखत करूंगा। सरपंच के व्यवहार से गांव में अशांति की स्थिति बन रही है। पुलिस अधिक्षक सदानंद कुमार ने कहा आपके माध्यम से मामले की जानकारी मिली है। मैं जल्द ही दिखवाता हूं।