साय मंत्रिमंडल का विस्तार एक या दो दिन में: सूत्र

CG

Update: 2024-07-17 18:45 GMT

Raipur. रायपुर। दिल्ली में एक बड़े बैठक के बाद साय मंत्रिमंडल के विचार-विमर्श किया गया। सूत्रों से ये भी जानकारी आ रही जिसमें कल एक और बड़ी बैठक हो सकती है जिसके बाद आलाकमान छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल विस्तार के लिए हरी झंडी दे सकता है। एक से दो दिन में साय मंत्रिमंडल का विस्तार होने की संभावना है। वही शहर के लिए अमर अग्रवाल Amar Agarwal और राजेश मूणत Rajesh Moonat में कश्मकश जारी है। राजेश मूणत और अमर अग्रवाल में रेस लगी हुई है दोनों ही नेता अपने-अपने तर्क और समाज के साथ और पार्टी में दिए गए योगदान, निष्ठा, मेहनत और अपनी वफ़ादारी को गिनाते हुए दावा पेश कर रहे है।



एक ओर दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव Gajendra Yadav पुष्ट भूमि जनसंघ के पुराने विचारक और प्रचारक घराने से होने के कारण मंत्रिमंडल में शामिल होने का लाभ मिल सकता है। OBC और यादव समाज का चेहरा होने के कारण सबसे ज्यादा संभवना पक्के तौर पर गजेंद्र यादव के रूप में देखी जा रही है। गौरतलब है कि सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को दिल्ली बुलाकर अपने-अपने मंत्रिमंडल विस्तार के लिए सूची मंगाकर विस्तार से बैठक में चर्चा की गई। इस लिए एक से दो दिन या अगले हफ्ते सभी राज्यों में मंत्रिमंडल का विस्तार पूर्ण हो जाएगा। 


संगठन के उच्च पदस्थ सूत्रों की ओर से इस बात के संकेत दिए गए हैं. फिलहाल मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर दो तरह की चर्चा सुनी जा रही है. पहली चर्चा यह है कि विधानसभा के मानसून सत्र के ठीक पहले विस्तार कर लिया जाएगा. विधानसभा का मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू हो रहा है. किन्हीं कारणों से अगर विस्तार अटका तो ऐसी स्थिति में मानसून सत्र के ठीक बाद साय मंत्रिमंडल में नए चेहरे शामिल किए जाएंगे।  सूत्रों का दावा है कि मंत्रिमंडल विस्तार के लिए नगरीय निकाय चुनाव के खत्म होने का इंतजार नहीं किया जाएगा. बताया जा रहा है कि दिल्ली दौरे पर गए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंत्रिमंडल विस्तार किए जाने के मुद्दे पर आला नेताओं से सहमति ले ली है।


मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत कुल 13 पद हैं। इनमें से दो पद रिक्त है. एक पद पहले से रिक्त पड़ा हुआ है और दूसरा पद बृजमोहन अग्रवाल के सांसद चुने जाने के बाद उनके इस्तीफे के बाद से खाली पड़ा है. बृजमोहन अग्रवाल के विभाग मुख्यमंत्री के अधीन हैं. विधानसभा के मानसून सत्र को देखते हुए पिछले दिनों साय सरकार ने संसदीय कार्य मंत्री का दायित्व वरिष्ठ मंत्री केदार कश्यप को सौंपा है. संगठन सूत्र कहते हैं कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के पास वर्क लोड ज्यादा है. विभागों के रोजमर्रा के कामकाज के अलावा मुख्यमंत्री को दूसरे जरूरी काम देखने होते हैं. सरकार के अन्य मंत्रियों के पास भी पर्याप्त विभाग हैं. ऐसे में जरूरी है कि सरकार में रिक्त पदों को जल्द से जल्द भर दिया जाए।



Tags:    

Similar News

-->