साय मंत्रिमंडल का विस्तार 10 के बाद कभी भी
मध्यप्रदेश में विस्तार के बाद छत्तीसगढ़ में भी विस्तार के लिए दबाव और सरगर्मियां बढ़ी
Raipur. रायपुर। 10 जुलाई को छत्तीसगढ़ Chhattisgarh भाजपा BJP में बड़ी बैठक है। जिसमें मुख्य रूप से केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर आलाकमान की तरफ से उपस्थ्ति रहेंगे साथ ही प्रदेश के नवनियुक्त प्रभारी नितिन नबीन और सह संगठन राष्ट्रीय महामंत्री शिवप्रकाश की उपस्थिति में सुबह 10 बजे से दोपहर 4 बजे तक होंगी। तदोपरांत प्रदेश की राजनीति में आगामी विधानसभा का उपचुनाव और निकाय चुनाव और निगम मंडलों की नियुक्ति पर महत्वपूर्ण चर्चा होगी। कुछ मंत्री की छुट्टी की भी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
छत्तीसगढ़ की साय सरकार में 4 जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद से ही मंत्रीमंडल विस्तार की सुगबुगाहट चल रही है। छत्तीसगढ़ प्रभारी ओम माथुर के जाने के बाद वर्तमान प्रभारी नीतिन नबीन की जिम्मेदारी बढ़ा दी गई है। उनके साथ सह संगठन राष्ट्रीय महामंत्री शिवप्रकाश पूरे समय छत्तीसगढ़ की राजनीति में नज़र रखेंगे। केबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद तो मंत्री मंडल विस्तार के कयासों का बाजार गर्म है। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण देव दिल्ली भी जाकर आ चुके हैं। उनके लौटने के बाद से ही बंद लिफाफा खुलने के इंतजार में विधायक और अन्य नेता बैठे हैं।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस सप्ताह भाजपा BJP सरकार के मंत्री मंडल का विस्तार किये जाने की सम्भावना है। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि तीन मंत्रियों को शपथ दिलाया जा सकता है जिसमे राजेश मूणत, अजय चंद्राकर, गजेंद्र यादव, अमर अग्रवाल, धरमलाल कौशिक, पुरंदर मिश्रा में से कोई भी तीन मंत्री शपथ ले सकते हैं। साथ ही किसी एक या दो मंत्री को ड्राप करने की भी सुगबुगाहट है। मध्यप्रदेश में हुए मंत्री मंडल विस्तार से छत्तीसगढ़ में विस्तार किये जाने की मांग बलवती हो रही है। इसके बाद निगम, मंडलों, आयोगों में रिक्त राजनीतिक पदों पर नियुक्ति की जाएगी। साय सरकार और भाजपा संगठन द्वारा फिलहाल निगम, मंडल और आयोगों के लिए योग्य उम्मीदवारों के नामों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है जो भाजपा हाईकमान से सलाह लेकर किया जायेगा।
मंत्री मंडल विस्तार के बाद 30 से 40 नेताओ की लगेगी लाटरी
सूत्रों के मुताबिक साय सरकार द्वारा मंत्रिमंडल सिस्टर के बाद निगम, मंडलों और आयोगों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति दो चरणों में करने की कवायद चल रही है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बेहतर परफॉर्मेंस देने वाले कार्यकर्ताओं को उपकृत किये जाने की सम्भावना है। दूसरे चरण में छूटे हुए पुराने और कर्मठ कार्यकर्ताओं को जो संघ पृष्भूमि से हैं उनको एडजस्ट किये जाने की सम्भावना है।
तीन मंत्रियों की होगी नियुक्ति
भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों की माने तो साय सरकार के एक या दो मंत्रियों को हटाया जा सकता है। भाजपा सूत्रों के अनुसार साय सरकार में तीन या चार नए मंत्री की नियुक्ति की जाएगी। क्योंकि, साय सरकार के केबिनट में एक मंत्री का पद पहले से खाली है। दूसरा पद मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उनके इस्तीफे से हुए रिक्त पद है। साथ ही एक या दो मंत्री से इस्तीफा भी लिया जा सकता है। उस लिहाज से तीन या चार मंत्री शपथ ले सकते हैं। दूसरी ओर भाजपा सूत्रों के मुताबिक बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद गिने चुने मंत्री ही पुराने और अनुभवी हैं। नए नवेलों को मंत्री बना देने से भार मुख्यमंत्री साय पर ज्यादा आ गया है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए दो मंत्रियों की जगह दूसरे अनुभवी विधायक को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। इसमें संघ पृष्टभूमि वाले विधायक का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है।