दुर्ग। जैन साध्वी प्रियदर्शना श्रीजी प्रियदा अपने साध्वी समुदाय के साथ चातुर्मास के पश्चात छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों का विचरण करते साध्वी विचक्षण श्रीजी साध्वी सुकृति श्रीजी साध्वी प्रज्ञपति श्री जी के साथ दुर्ग नगर में प्रवेश हुआ। लगभग दो माह विचरण करते हुए भखारा सेमरा जामगांव रानीतराई कलम डोंगी डांडी लोहार बालोद दल्ली राजहरा गुंडरदेही क्षेत्र में धर्म की प्रभावना त्याग तपस्या का संकल्प करवाते हुए दुर्ग प्रवेश किया।
खंडेलवाल कॉलोनी के लोढ़ा भवन में धर्म सभा को संबोधित करते हुए साध्वी प्रियदर्शनी श्री जी ने कहां की संसार की भौतिक वस्तुओं की इच्छा का त्याग कर अपने अंदर की इच्छा शक्ति को पटना जीवन जैसे-जैसे आंतरिक इच्छा शक्ति बढ़ेगी वैसे-वैसे संसार से आसक्ति छूटती जाएगी और जीव धर्म की ओर अग्रसर होते जाएगा धर्म की ओर जाने से जीव के पाप छुट्ते जाते हैं और कर्म की निर्जरा होती जाती है और आत्मा मोक्ष मार्ग की ओर अग्रसर होती है।
कल प्रातः साध्वी समुदाय का प्रवेश नवकार भवन ऋषभ कॉलोनी में होगा जहां 8:30 बजे से बड़ी साधु वंदना तथा प्रवचन होगा। एक भव अवतारी दादा गुरुदेव आचार्य श्री जयमल जी महाराज की उत्कृष्ट रचना बड़ी साधु वंदना का भव्य कार्यक्रम आगम वंदना प्रश्नोत्तरी कार्यक्रमों के साथ संपन्न होगा जिसमें जैन समाज के लोग हिस्सा लेंगे। आगामी 29 जून को साध्वी समुदाय जय आनंद मधुकर रतन भवन में प्रवेश करेंगे जहां आपके सानिध्य में छत्तीसगढ़ स्तरीय धार्मिक संस्कार आवासीय शिविर आयोजित है।