भिलाई। छत्तीसगढ़ के भिलाई स्थित तालपुरी निवासी रिटायर्ड बीएसपी अफसर की बहू ठगी का शिकार हो गई। दरअसल इनकी बहू दमन में होटल का कमरा बुक करने के लिए इंटरनेट पर सर्च कर रही थी। इस दौरान एक फर्जी वेबसाइट से होटल का लिंक मिला। जिस शख्स का नंबर मिला उसे काल करने के बाद महिला के साथ ठगी हो गई। शातिर ने होटल बुक करने के नाम पर आनलाइन रुपये ट्रांसफर कराए। एक नहीं दो नहीं तीन बार रुपये ट्रांसफर कराए लेकिन इनका कमरा बुक नहीं हुआ। बाद में इन्हें अहसास हुआ कि वे ठगी का शिकार हुए हैं। इसके बाद भिलाई नगर थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत पर भिलाई नगर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। तालपुरी निवासी राजीव मल्होत्रा बीएसपी रिटायर्ड हैं।
भिलाई नगर थाने में ही ठगी का एक और मामला सामने आया है। इसमें एक महिला के साथ होटल बुकिंग के नाम पर लगभग 80 हजार रुपए ठग लिए गए। साक्षी कोहली नाम की महिला ने शिकायत में बताया है कि उसने होटल सिल्वर सैंड बिच रिसोर्ट दमन का नंबर ऑनलाइन सर्च किया था। इसके बाद उस नंबर में फोन करके होटल में रूम बुकिंग के नाम पर रकम भेजी। होटल बुकिंग वाले ने रकम न आने की बात कहकर कई बार में साक्षी के खाते से सिल्वर सैंडस मिस कु. ज्योति वर्मा के खाते में 79 हजार 64 रुपए ट्रासंफर करा लिए। इसके बाद भी जब बुकिंग कनफर्म नहीं हुई तो साक्षी ने भिलाई नगर थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई।
उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि 11 जुलाई को उनकी बहू साक्षी कोहली इंटरनेट से दमन में होटल बुक करने के लिए सर्च कर रही थी। उसे इंटरनेट से होटल सिल्वर सैंड बिच रिसोर्ट दमन का एड मिला। इसमें दर्ज मोबाइल नंबर 8827430524 पर संपर्क करने पर कुलदीप नाम के व्यक्ति से बात हुई। कमरा बुक करने के लिए कुलदीप ने रजिस्ट्रेशन करने कहा। सामने वाले ने वाट्सएप पर एकाउंट डिटेल दिया। खाता क्रमांक 50100635587190 नाम सिल्वर सैंडस ज्योती वर्मा लिखा था। उक्त खाते में साक्षी कोहली ने पहले 2000 रुपये फिर 19241 रुपये एचडीएफसी बैंक का खाता क्रमांक 50100103669784 से ट्रांसफर किया। इसके बाद कुलदीप से संपर्क करने पर उसने पैसा नहीं मिलने की बात कही। इसके बाद उसने दोबारा रुपये ट्रांसफर किए। इस तरह लगभग तीन बार उसने 79064 रुपये ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद इनका कमरा बुक नहीं हुआ तो इन्हें ठगी का अंदेशा हुआ। इसके बाद जिस रिसार्ट में कमरा बुक करा रहे थे । उसके रियल वेबसाइट पर जाकर पता किया गया तो फर्जीवाड़े का पता चला। इसके बाद इस मामले की शिकायत थाने पहुंची।