बैठक में समस्त विभागों को आपसी समन्वय कर डेंगू नियंत्रण के लिए सौंपे गए दायित्व
छग
अम्बिकापुर। राज्य शासन के निर्देश व कलेक्टर कुन्दन के मार्गदर्शन में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत् अन्तर्विभागीय समन्वय बैठक कार्यालय मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी आयोजित की गई। बैठक में नगर निगम, शिक्षा विभाग, पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग, महिला व बाल विकास विभाग, मत्स्य विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, वन विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग, औद्योगिक विभाग के संबंधित अधिकारी व मितानिन उपस्थित थे। बैठक में समस्त विभागों को आपसी समन्वय कर डेंगू नियंत्रण के लिए दायित्व सौंपे गए। जिसमें नगर पालिक निगम अंतर्गत कचरा उठाने वाले कर्मचारियों को प्रत्येक घरों में कूलर का पानी सप्ताह में एक बार खाली कर, सुखा कर दुबारा प्रयोग करने के संबंध में लोगों को जागरूक करने कहा गया। टूटे फूटे बर्तनों में पानी जमा न होने देने, की सलाह देने कहा गया। कचरा उठाने के साथ साथ स्त्रोत नियंत्रण का कार्य भी संपादित करने कहा गया। शहरी क्षेत्र में डेंगू पॉजिटिव्ह आने पर स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर सोर्स रिडक्शन, स्वास्थ्य शिविर व फोगिंग कार्य करने की सहमति बनी। इसी तरह पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत अपने-अपने क्षेत्र के पंचायत सचिव, सरपंच, पंच को डेंगू नियंत्रण दिशानिर्देश देकर प्रचार प्रसार कर डेंगू नियंत्रण में सहयोग प्रदान करने एवं स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय कर्मचारियों से समन्वय बनाकर कार्य सम्पादित करने सहमति बनी। हैंण्ड पम्प के आस पास एवं अन्य गड्ढों में पानी इक्कठा न होने देने, निकासी की व्यवस्था किये जाने के लिए हर संभव प्रयास किये जाने कहा गया। शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों में वैक्टर जनित रोगों के रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर स्कूली बच्चों को स्वास्थ्य शिक्षा देकर जनसमुदाय में प्रचार-प्रसार करने के लिए सहयोग करने कहा गया।
महिला व बाल विकास विभाग को शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के सभी आंगनबाड़ी के अंतर्गत आने वाले जनसमुदाय को साफ-सफाई के लिए लोगों को जागरूक करने व डेंगू के लक्षणों को आम जनता को बताने तथा डेंगू जाँच केन्द्रों की जानकारियाँ जनसमूह को देने को कहा गया। मत्स्य विभाग अंतर्गत समय-समय पर स्त्रोत नियंत्रण गतिविधि हेतु लार्वा भक्षी मछलीयों की उपलब्धता एवं प्रबंधन में सहयोग करने सहमति दी गई। आदिम जाति कल्याण विभाग को समस्त छात्रावासों में साफ सफाई की समुचित व्यवस्था करने, ओवरहेड टैंक को ढक्कर रखने, सभी बिस्तरों में मच्छरदानी की व्यवस्था करने, मच्छरदानीयों को मेडिकेटड करने हेतु स्वास्थ्य विभाग से समन्वय, किसी को डेंगू के लक्षण दिखाई दें तो तत्काल स्वास्थ्य विभाग से सम्पर्क करने संबंधि सहयोग करने पर चर्चा की गई। वन विभाग को निर्देशित किया गया कि वन ग्रामों में पदस्थ कर्मचारियों को डेंगू से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक करने के दिशा निर्देश दिए गए। काऊ ट्रेन्च में पानी निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए, पानी निकासी की व्यवस्था न हो तो लार्वीसाईड का प्रयोग किया जाना चाहिए। पशुओं के पानी पीने वाले बर्तनों को प्रतिदिन खालीकर सुखाकर प्रयोग करें, पशुओं के रहने वाले स्थानों में साफ सफाई की व्यवस्था करें। गोबर के निष्पादन की व्यवस्था करने पर चर्चा की गई। उद्योगों में जल निकासी की समुचित प्रबंध करें। ऐसे जल स्त्रोत जिसे खाली नहीं किया जा सकता उसमें लार्वीसाईड का उपयोग करें। ओवरहेड टैंक को ढक कर रखें। पंजीकृत औद्योगिक संस्थानों में दिशानिर्देश जारी कर पालन करने हेतु निर्देशित करने कहा गया। सभी स्वयं सेवी संस्था से डेंगू रोकथाम व नियंत्रण, प्रचार-प्रसार एवं जनजागरूकता में आवश्यक सहयोग करने पर सहमति दी गई।