परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी संभालने सिक्यूरिटी गार्ड की ट्रेनिंग ले रही हैं रेणुका साहू
कांकेर की रहने वाली रेणुका साहू ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके घर की आर्थिक हालत काफी खराब है। बेरोजगारी भत्ते से वो अपनी पढ़ाई भी पूरी कर रही है और साथ में शासन द्वारा उन्हें सिक्यूरिटी गार्ड की ट्रेनिंग भी करायी जा रही है जिसके बाद वो अपने परिवार की आर्थिक समस्या को दूर करेंगी।
इसी तरह से मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले से आए आदित्य राज नाम के युवा ने मुख्यमंत्री से कहा कि उसके पिता की दुर्घटना के बाद वो निराश हो गया था क्योंकि आगे की पढ़ाई के लिए कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था। आदित्य ने मुख्यमंत्री से कहा कि बेरोजगारी भत्ता योजना से मिलने वाली ये राशि उसके लिए काफी ज्यादा महत्व रखती है और इसी राशि के दम पर मैने फिर से नौकरी के लिए अपनी पढ़ाई और तैयारी शुरू कर दी है।
बिलासपुर के रहने वाले लालाराम कर्ष ने बताया कि वो बेरोजगार हैं और तकनीकी दक्षता नहीं होने की वजह से उन्हें कहीं नौकरी नहीं मिल पा रही है। लालाराम ने बेरोजगारी भत्ता योजना शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने योजना के अंतर्गत सहायक इलेक्ट्रीशियन कोर्स में प्रशिक्षण लेना भी शुरू कर दिया है ताकि उन्हें रोजगार मिल सके और खुद को व्यवसाय शुर कर वो दूसरो को भी रोजगार से जोड़ सकें। कुछ इसी तरह से अनेक युवाओं ने मुख्यमंत्री के सामने अपने मन की बात रखी और उन्हें बेरोजगारी भत्ता योजना और स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग दिलाने के लिए धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री श्री बघेल की इस पहल पर अभी तक 1701 युवाओं को 33 अलग अलग संस्थानों में रोजागर मूलक प्रशिक्षण मिलना शुरू हो गया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि बेरोजगार युवाओं को इस योजना से लाभ मिल रहा है लेकिन मुझे इससे भी ज्यादा खुशी तब होगी प्रत्येक बेरोजगार युवा के हाथ में रोजगार होगा। मुख्यमंत्री ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम सरकारी नौकरी के लिए लगातार वैकेंसी निकाल रहे हैं, इसके साथ ही आपको भी कौशल प्रशिक्षण भी दे रहे हैं ताकि आप अपना काम भी शुरू कर सकें।