तालाबों से निकाल रहे मिट्टी, महंगे दामों में बेचकर कर रहे अवैध कारोबार

छग

Update: 2022-05-02 17:31 GMT

जांजगीर-चांपा। ग्राम पंचायत सिवनी में इन दिनो गांव के निस्तारी अमहा तालाब से मिट्टी निकाल कर बेचने का काम धडल्ले से चल रहा है और जिम्मेदार अपनी आंखें मूंद बैठे हैं। गर्मी के दिनो में तालाब में पानी रहता है तो निस्तारी का काम आता है। वहीं जानवरो को भी पानी के लिए इधर उधर भटकना नहीं पड़ता है मगर यहां निस्तारी तालाब को खाली कर दिया गया है और जेसीबी मशीन लगाकर मिट्टी निकाली जा रही है।

ग्रामीणों ने बताया कि तालाब से मिट्टी निकालने के बदले एक जनप्रतिनिधि के द्वारा ट्रैक्टर चालकों से प्रति ट्रिप 20 रुपए लिया जा रहा है। ट्रैक्टर चालक तालाब की मिट्टी को बाजार में अधिक कीमतों में बेच कर अपनी जेब भरने में लगे हैं। अमहा तालाब की मिट्टी ग्राम बालपुर के समीप निर्माण हो रहे है हाइवे रोड़ पर जाना है लेकिन संबंधित ठेकेदार द्वारा अभी मिट्टी नहीं निकाला जा रहा न ही ले जाया जा रहा है।

इसी का फायदा उठाकर गांव के कुछ बिचौलिए मिलकर तालाब से बेखौफ होकर मिट्टी निकलवा रहे हैं और उसको औने पौने दाम में बेच कर अपना जेब भर रहे हैं। मिट्टी खनन माफियाओं के द्वारा जेसीबी मशीन लगाकर मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है, जिससे राजस्व का नुकसान हो रहा है।

300 रुपए प्रति ट्रैक्टर बिक रही मिट्टी
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के सरपंच की मिली भगत से खनन कराया जा रहा है। लगातार महीने भर से मिट्टी का खनन अवैध रूप से जारी है। दिन में जेसीबी मशीन के द्वारा खनन कर दर्जनों ट्रैक्टर ट्रालियों से ढोया जा रहा है। मिट्टी खोदकर ट्रैक्टरों की ट्राली में भरकर 200 सौ से 300 रुपये प्रति ट्राली की दर से बेची जा रही है। जिससे राजस्व विभाग को हजारों रुपये की क्षति हो रही है। ग्रामीणों ने नाम नही छापने की शर्त पर बताया कि खनन माफिया के पास मिट्टी उठाने का कोई भी परमिट नहीं है।
''अमहा तालाब में मिट्टी खनन पर रोक लगा दी गई है। तालाब को सूखाकर साफ सफाई कराई जा रही है।
लखेकुमारी राठौर, सरपंच, ग्राम सिवनी
'' इस मामले में किसी तरह की जानकारी नहीं है। साथ ही हाइवे रोड़ पर तालाब की मिट्टी जाना है ये भी पंचायत द्वारा नहीं बताया गया है।
नम्रता नामदेव, जनपद उपाध्यक्ष बलौदा

Similar News