टोनही के शक में रिश्तेदारों ने की थी दंपत्ति और बेटी की हत्या, आरोपी गिरफ्तार
छग
जशपुरनगर। जमीन विवाद में अपने ही रिश्तेदार के तीन लोगों की हत्या करने वाले एक ही परिवार के 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में जेल भी दाखिल कर दिया गया है। जशपुर के एसएसपी डी. रविशंकर का कहना है कि जमीन विवाद और अंधविश्वास की शंका में परिवार के सदस्यों ने ही पति-पत्नी और उनकी एक बेटी कुल 3 लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी। हत्या के सभी 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार लिया है। अंधविश्वास के खिलाफ जिले भर में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
मामले का खुलासा करते हुए जशपुर एसएसपी डी. रविशंकर ने बताया कि सिटी कोतवाली जशपुर क्षेत्र के ग्राम घोलेंग कदमटोली में दशहरा की रात 5 अक्टूबर को दंपत्ति और एक 19 वर्षीय युवती की उनके घर में ही घुसकर रात में हत्या कर दी गई थी। हत्या करने की वजह जमीन विवाद और अंधविश्वास रहा है। हत्या करने वाले मृतक के रिश्तेदार ही हैं। हत्या की वारदात को अंजाम देने में तीन सगे भाई और एक उनका जीजा के साथ ही दो साले शामिल थे। एसएसपी ने बताया कि हत्या की गुत्थी को सुलझाने वाली पुलिस की टीम को आईजी की ओर से 5 हजार और एसएसपी की ओर से 5 हजार का नगद पुरस्कार के साथ ही उन्हें प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है।
ये है घटना
मृतक का पुत्र चंदन तेंदुआ (22) ने 6 अक्टूबर को रिपोर्ट दर्ज कर बताया था कि 5 अक्टूबर की 8.30 बजे से सुबक 7.30 बजे के मध्य में कोई अज्ञात आरोपी ने इसके पिता-अर्जुन तेंदुआ (45), माता-फिरनी तेंदुआ (42) एवं बहन-संजना तेंदुआ (19) को घर में प्रवेशकर धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी है। रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध सिटी कोतवाली जशपुर में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की विवेचना दौरान प्रार्थी चंदन तेंदुआ व गवाहों का कथन लिया गया जो अपने-अपने कथन में बताये कि मृतक अर्जुन तेंदुआ का गांव के बिन्देश्वर बंजुआ, प्रेमचंद बंजुआ, मृगपाल बंजुआ, करन तेंदुआ, आरजू तेंदुआ एवं प्रवीण तेंदुआ से पूर्व में जमीन संबंधी विवाद एवं प्रेमचंद के 3 माह के नवजात की मृत्यु हो जाने पर अर्जुन तेंदुआ पर जादू-टोना करने की शंका होने पर रंजिश रखना बताये।
पुलिस द्वारा उक्त संदेहियों को तलब कर पूछताछ करने पर अर्जुन तेंदुआ, फिरनी तेंदुआ व संजना तेंदुआ तीनों की एक राय होकर चाकू, घन, तलवार व खुखरी से प्राणघातक हमला कर हत्या करना स्वीकार किये तथा घटना घटित करते समय पहने कपड़ा, जूता-चप्पल व हथियार में खून लग जाने से जंगल में जाकर घटना समय पहने कपड़े, जूते, चप्पल को ज़लाना तथा हथियार को नाला में धोकर जंगल में छिपाना बताये।
बेटे की मौत से था सदमे में
पुलिस को दिए बयान में आरोपी मृगपाल बंजुआ ने बताया कि प्रेमचंद बंजुआ उसका बड़ा भाई, बिन्देश्वर बंजुआ-छोटा भाई, आरजू तेंदुआ-दामाद तथा करन तेंदुआ व प्रवीण तेंदुआ उसका साला है। प्रेमचंद बंजुआ का 10-12 वर्ष के लंबे समय बाद आज से करीब 3 माह पूर्व 1 पुत्र हुआ, उसका पुत्र करीब दो सप्ताह पहले बीमार हुआ था, जिसका जशपुर में इलाज कराकर दवाई लिये थे, जो ठीक नहीं होने पर उसे गुमला ले जाकर एक अस्पताल में इलाज करा रहे थे, उसी दौरान 3 अक्टूबर 22 को उसकी मृत्यु हो गई। करीब 1 वर्ष पूर्व इनके गांव के एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी, उसकी मृत्यु के छ: माह पश्चात् उसकी पत्नी की भी मृत्यु हो गई, उसके क्रियाकर्म के दौरान मृतक अर्जुन तेंदुआ ने गांव के एक व्यक्ति के पीठ में तीन बार ठोक कर(अंधविश्वास) मारा था, जिससे उस व्यक्ति की मृत्यु हो गई। मृगपाल बंजुआ का मृतक अर्जुन तेंदुआ से पूर्व से जमीन विवाद भी चल रहा था साथ ही वह उनके परिवार के एक सदस्य के साथ मारपीट किया था। मृतक अर्जुन तेंदुआ के इन कार्यकलाप से परेशान हो गये थे।
रेकी कर की थी हत्या
सभी आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से मृतकों का पीछा करते हुये, छिपते-छिपाते रात्रि लगभग 9 बजे उनके घर के पास गये, अर्जुन के घर का चैनल गेट हुआ था, वे सभी जाकर अपने साथ लाये हथियार से अर्जुन तेंदुआ, फिरनी बाई एवं संजना तेंदुआ की कई बार वारकर हत्या कर दिये। इस दौरान किसी के हथियार से मृगपाल बंजुआ के कलाई में चोंट लगा, फिर वे सभी वहां से निकलकर एक नाला में जाकर अपने-अपने हथियार को धोये एवं छिपा दिये।
गिरफ्तार सभी 6 आरोपी
1- बिन्देश्वर बंजुआ उम्र 29 साल,
2-प्रेमचंद बंजुआ उम्र 37 साल,
3- मृगपाल बंजुआ उम्र 34 साल,
4-करन तेंदुआ उम्र 26 साल,
5-आरजू तेंदुआ उम्र 29 साल
6- प्रवीण तेंदुआ उम्र 24 साल
विवेचना कार्रवाई एवं आरोपियों की गिरफ्तारी में निरीक्षक रविशंकर तिवारी, उ.नि. बंशनारायण शर्मा, उ.नि. किरणेश्वर प्रताप सिंह, स.उ.नि. ईश्वर प्रसाद वारले, स.उ.नि. के.के. साहू, स. उ. नि. किशन चौहान, स.उ.नि. नसरूद्दीन अंसारी, प्र.आर. 385 अजय लकड़ा, प्र.आर. 274 त्रिनाथ यादव, प्र. आर. 49 मिथलेश यादव, प्र. आर. 362 धर्मेन्द्र राजपूत, प्र. आर. 377 आनंद श्रीवास्तव, आर. 217 बसंत खुंटिया, आर. 596 शोभनाथ सिंह, आर. 350 हेमंत कुजूर, आर. 581 धीरेन्द्र मधुकर आर. छसबल (डॉग मास्टर) संजीव कुमार साहू एवं न. सै. 59 थानेश्वर देशमुख की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
जब्त हथियार- 3 चाकू, घन (हथौड़ा), तलवार व खूखरी। जले हुये कपड़े के अवशेष।