कई फार्मासिस्टों का पंजीयन निरस्त, फर्जी सर्टिफिकेट का हुआ खुलासा

Update: 2022-07-24 11:57 GMT

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में फर्जी अंकसूची से फार्मासिस्ट की डिग्री लेने का बड़ा मामला सामने आया है। राज्य फार्मेसी काउंसिल ने जांच के बाद 22 फार्मासिस्टों का पंजीयन निरस्त कर दिया गया है। वहीं, 31 लोगों का पंजीयन आवेदन रद कर दिया गया है। आशंका जताई गई है कि 500 से अधिक फर्जी फार्मासिस्ट पंजीकृत हुए हैं। इसकी जांच के लिए काउंसिल ने राज्य स्तरीय समिति बनाई गई है। इसमें काउंसिल के रजिस्ट्रार डा. श्रीकांत राजिमवाले, सदस्य अश्विनी विग, अजय सिंह राजपूत, हीरा शंकर साहू, अश्विनी गुर्देकर, कैलाश अग्रवाल शामिल हैं।

बता दें कि राज्य फार्मेसी काउंसिल को फर्जी अंकसूची के आधार पर फार्मासिस्ट बनने, पंजीयन कराने की शिकायत मिली। इस पर काउंसिल ने जांच शुरू की तो पता चला कि 10वीं व 12वीं की फर्जी अंक सूची के आधार पर फार्मासिस्ट की डिग्री ली गई है। कुछ ने फर्जी फार्मासिस्ट की डिग्री हासिल की है। इसके बाद पंजीयन और आवेदन रद करने की कार्रवाई की। बताया गया है कि उक्त सभी फर्जी अंकसूची के आधार पर फार्मासिस्ट की डिग्री हासिल की है।

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