रायपुर (जसेरि)। नगर निगम द्वारा तुंहर सरकार, तुंहर द्वार शिविर रविवार को वार्ड क्रमांक 30 शंकर नगर, न्यू शांति नगर स्थित दुर्गा मंदिर में लगाया गया। शिविर सुबह से ही वार्डवासियों की भीड़ लग गई। निर्धारित समय से पहले ही लोग यहां पहुंच गए। आयुष्मान कार्ड और राशन कार्ड बनवाने वालों की भीड़ रही। बताया कि न्यू शांति नगर वार्ड में कचरा उठाने और नाली की सफाई करवाने के लिए जब निगम कार्यालय फोन करो, तब कहीं जाकर महीने में एक बार सफाई होती है। वहीं वार्डवासियों ने बताया कि रात में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है।
17 हजार से ज्यादा लोगों की समस्याओं का निराकरण: मेयर : राजधानी रायपुर नगर निगम के जनप्रतिनिधि और अधिकारी 18 दिन से 'तुंहर सरकार, तुंहर द्वारÓ कार्यक्रम के तहत सभी वार्डों में पहुंचकर आम जनता की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। रविवार को महापौर एजाज ढेबर और सभापति प्रमोद दुबे ने प्रेस कांफ्रेंस में अब तक आम लोगों की समस्याओं के निराकाण की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 33 शिवरों में अब तक 17 हजार 359 लोगों की समस्या का समाधान किया गया है। यह रायपुर नगर निगम के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी तात्कालिक कार्रवाई है। सभापति दुबे ने कहा कि कार्यों में दलाली हो रही थी।
जैसे मजदूर कार्ड बनाने में कई महीनों घूमना पड़ता था। अब इन सभी कार्यों का त्वरित समाधान हो रहा है। वहीं, महापौर ढेबर ने कहा कि ऐसा शिविर प्रत्येक वर्ष लगाया जाएगा।
पीएम आवास के नाम पर लोगों से ठगी, एफआईआर दर्ज
राजधानी में एक बार फिर से बीएसयूपी और प्रधानमंत्री आवास योजना के मकानों के नाम पर सौ से अधिक परिवारों से ठगी का मामला उजागर हुआ है। पता चला की ठग गैंग ने न सिर्फ गरीबों से मकान बुक करने के नाम पर 25 हजार रुपए जमा करवाए। बल्कि अवंति विहार के पीछे विजय नगर में सौ से अधिक परिवारों से सवा-सवा लाख रुपए भी जमा करवा लिए। ठगी का आकंड़ा लगभग 2 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। जिसके बाद से गैंग के 4 आरोपी फरार हैं।रायपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना और बीएसयूपी मकानों के नाम पर ठगी मामले में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। तीन पुरुष और एक महिला वाले इस गैंग ने निगम का नाम इस्तेमाल कर रायपुर के अंवति विहार, सड्डू, मोवा, दलदल सिवनी के सैकड़ों गरीब परिवारों से प्रधानमंत्री आवास योजना का मकान दिलाने के नाम पर सवा-सवा लाख रुपए लेकर करोड़ों की ठगी की है। जिसके बाद से जनप्रतिनिधियो और अधिकारियों के बीच हंड़कंप मच गया है। ठगी के लिए गैंग ने नगर निगम जोन 4 की फर्जी रसीद और लैटर पैड भी छपवा लिए फर्जी साइन और लैटर से लोगों को नोटिस भेजकर उनसे पैसे जमा करवा लिए। इतना ही पैसा लेने के बाद ठगों ने परिवारों को जगह-जगह खाली पड़े निगम के बीएसयूपी मकानों में शिफ्ट भी करवा दिया, कुछ को तो ताला तोड़कर मकान में शिफ्ट होने तक कह दिया। उधर ठगों ने और पैसा देना या तीन दिन में मकान खाली करने का नोटिस दिया। नोटिस मिलने के बाद परिवारों ने मिलकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की। इस पर निगम को नोटिस जारी हुआ, जिसके बाद अधिकारी ने दस्तावेजों की जांच कराई तो पता चला सभी फर्जी थे।