जगह-जगह दे दी गई है होर्डिंग्स लगाने की अनुमति
अवैध होर्डिंग जान माल को खतरा व सुंदरता को लगा रहे ग्रहण
आंधी तूफान से जानमाल को नुकसान का अंदेशा
बिजली सप्लाई होती है प्रभावित सरकार की भी होती है बदनामी - अवैध होर्डिंग लगने के कारण शहर में अव्यवस्था बढ़ते जा रही है। इस संदर्भ में सीएसईबी के वरिष्ठ अधिकारी से संपर्क करने पर नाम नहीं छापने की शर्त पर उन्होंने बताया कि अवैध होर्डिंग और फ्लेक्स के कारण शहर की बिजली व्यवस्था बहुत प्रभावित होती है। बारिश और आंधी तूफान के अवसरों पर अवैध होर्डिंग और फ्लैक्स टूट कर बिजली के तारों और खंभों पर गिरते हैं। जिसके कारण बिजली सप्लाई बाधित होती है। कई अवसरों पर इसके चलते पूरा फीडर बंद हो जाता है। जिससे पूरा ईलाका अंधेरे में डूब जाता है और लोंगों को कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता है। जिससे सरकार की छवि पर भी असर पड़ता है और बदनामी होती है और लोगों का गुस्सा बिजली विभाग पर फूटता है।
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। राजधानी के चौक-चौराहों और बिल्डिंगों पर लगे अवैध होर्डिंग लोगों के जान के दुश्मन बन चुके है। होर्डिंग्स की झमाझम एलईडी लाइट हर रोज वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो रहे है। होर्डिंग्स से राजधानीवासियों के जान-माल की सुरक्षा में खतरा पैदा कर दिया हैं। पुलिस रिकार्ड के अनुसार हर महीने होर्डिंग्स के कारण सैकड़ों लोग दुर्घटनाजनित होकर मौत के शिकार हो रहे है। राजधानी में सबसे ज्यादा सडक़ दुर्घटना से मौत के आंकड़े सामने आए हैजिसका प्रमुख कारण मुख्य मार्ग में लगे होर्डिंग्स है। होर्डिंग्स की लाइट से वाहन चालकों की आँखें चौधियां जाती है और पोल या सामने चल रहे वाहन सवार को ठोक देते है।
जनता से रिश्ता ने अपने पिछले कई अंक में प्रमुखता से अवैध होर्डिंग्स पर समाचार प्रकाशित किया था। अवैध होर्डिंग से दुर्घटना की आशंका बने रहने की भी ताकीद जनता से रिश्ता ने किया था। दो तीन रोज पहले आये आंधी तूफान ने इस खबर की सत्यता पर मुहर भी लगा दी। आंधी तूफान से कई होर्डिंग गिर गए साथ ही उन पर लगे फ्लेक्स फट कर बिजली के तारों पर और मुख्य मार्गो पर भी आ गिरे इससे शहर में कुछ घंटो के लिए बिजली भी बाधित हुई। गनीमत तो ये है की किसी की जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। शहर में कई होर्डिंग के फ्लेक्स आंधी तू?ान से से गिरे जरूर लेकिन सरकारी विभाग और नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारीयों को न?र नहीं आया। अगर किसी इंसान की जान चली जाती तब निगम के अधिकारी इस पर कार्रवाई करते. क्या कार्रवाई के लिए किसी निर्दोष जनता की जान माल का नुकसान होने का इंतजार कर रहे हैं क्या अधिकारी इस सवाल का जवाब इन अधिकारियो के पास नहीं। शहर में अवैध रूप से जगह-जगह लगाए गए होर्डिंग व बोर्ड शहर की सुंदरता को ग्रहण लगा रहे हैं। वहीं नगर निगम को राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। नगर निगम क्षेत्र में हजारों की संख्या में अवैध होर्डिंग लगे हुए हैं लेकिन शिकायत करने पर नगर निगम के अधिकारी केवल इन लोगों को चेतावनी व नोटिस देकर फर्ज की इतिश्री कर रहे हैं। कार्रवाई के नाम पर केवल इन लोगों को अवैध होर्डिंग व बोर्ड हटाने के लिए मात्र चेतावनी दी जाती है। कार्रवाई के नाम पर कुछ भी नहीं। इसलिए इन अवैध होर्डिंग्स लगाने वालो के हौसले बुलंद है।
शहर में अंदर और और आउटर में मुख्य मार्ग हो चाहे वह स्ट्रीट लाइट व बिजली के खंबे ही क्यों न हों। हर तरफ सडक़ों पर अवैध रूप से लगाए गए होर्डिंगों की भरमार है। जिसको प्रचार करना हो, कोई रैली हो या फिर कोई अन्य कार्यक्रम विभिन्न संस्थाओं व राजनीतिक पार्टी और छुटभैये नेताओ की तरफ से अपने प्रचार के लिए होर्डिंग व बोर्ड बिना अनुमति के ही लगाए जा रहे हैं। हालांकि नगर निगम का होर्डिंग हटाओ दस्ता जरूर इन अवैध बोर्ड और फ्लेक्स को हटती है लेकिन दूसरे दिन फिर किसी न किसी द्वारा लगा दिया जाता है।
अवैध होर्डिंग्स का ये आलम है कि शहर की कोई सडक़, चौक, चौराहे व सार्वजनिक स्थान ऐसा नहीं है। जहां पर अवैध होर्डिंग व बोर्ड न लगे हों। जहाँ चाहे लोग अपना चेहरा चमकाने या संस्थान का प्रचार करने अवैध होर्डिग लगा देते हैं।