आज दिखा रमज़ान का चांद, कल से रखा जायेगा पहला रोजा

छग

Update: 2023-03-23 13:31 GMT
फोटो क्रेडिट: जाकिर घुरसेना
रायपुर (अकिफ फरिश्ता)। छत्तीसगढ़ समेत कई जिलों में रमजान का चांद दिखा और कल से रमजान का पहला रोजा रखा जाएगा। वैसे आज गुरूवार से ही रमजान का रोजा रखा जाने वाला था लेकिन बुधवार को चांद का दीदार नहीं हो होने की वजह से आज रोजा नहीं रखा गया। रायपुर के मुस्लिम मौहल्ले में चहल-पहल दिखने लगी है। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन और मुख़्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी रमजान के पाक महीने की प्रदेशवासियों और मुस्लिम समाज के लोगों को दी है।
देखें रायपुर शहर के मस्जिदों में ईशा और तरावीह के नमाज़ का वक़्त-

ईशा / तरावीह नमाज़ का वक़्त

जामा मस्जिद। 9pm/9.15pm

नूरानी मस्जिद 9pm/9.15pm

मस्जिद राजातालाब

नूरे नबी 8.45pm 9pm

मस्जिद राजातालाब

अनुपम नगर मस्जिद 9pm/9.15pm

मोवा बड़ी मस्जिद 8.30pm/8.45pm

मोवा अमन नगर मस्जिद

8.30pm / 8.45pm

मदीना मस्जिद तेलीबांधा 9pm /9.15pm

मक्का मस्जिद तेलीबांधा 8.30pm 8.45pm

काशीराम नगर मस्जिद 8.45pm/9pm

मस्जिद ए आयशा वल्लभ नगर 8.45pm/9pm

भनपुरी मस्जिद 8.45pm/9pm

खमतराई 9pm/9.15pm

(घर के ऊपर तरावीह नमाज़ होती है)

पारस नगर मस्जिद 8.45pm/9pm

मौदहापारा बड़ीमस्जिद 8.45pm/9pm

गफूर मस्जिद मौदहापारा 8.30pm/8.45pm

रज़ा मस्जिद मोदहपारा 8.45pm। 9.0pm

छोटा पारा मस्जिद 8.45pm/9pm

बैरन बाजार सुन्नी जमा मस्जिद

8.45 pm/9.00pm

हज़रत फातेहशाह मस्जिद 8.45pm /9pm

संजय नगर बड़ी मस्जिद 8.45pm/9pm

मस्जिद फैजाने मदीना संजय नगर 9pm/9.15pm

संतोषी नगर मस्जिद 8.30pm/8.45pm

चौरसिया कॉलोनी मस्जिद 8.45pm 9pm

गोकुल नगर मस्जिद 8.45pm/9pm

(मस्जिद की ज़मीन में टेंट लगाकर

नमाजे तरावीह साथ ही 5 पांच वक्त की नमाज़ अदा की जा रही है)

चिस्तियां नगर मस्जिद 8.45pm/ 9pm

मोती नगर मस्जिद। 8.45pm / 9pm

बिलाल नगर मस्जिद बोरिया खुर्द 8.45pm/9pm

नयापारा मस्जिद 8.45pm/9pm

पुरानी बस्ती मस्जिद 8.45pm/9pm

कुकरीपारा मस्जिद। 8.45pm 9pm

ईदगाह भाटा मस्ज़िद 8:45pm /9:00pm

कोटा सुन्नी मस्जिद 9pm/9.15pm

रोटरी नगर मस्जिद 8.45pm/9pm

हीरापुर मस्ज़िद 8.45pm/9pm

इंदरपरस्त रायपुरा मस्जिद 8.45pm / 9pm

डीडी नगर मस्जिद/मदरसा 8.45pm/ 9pm

चुनाभट्टी मस्जिद गुड़ीयारी 8.30pm/ 8.45pm

जनता कॉलोनी गुड़ीयारी मस्जिद 8.30pm/8.45pm

कुंद्रा पारा रेलवे स्टेशन मस्जिद 8.45pm 9pm

कृष्णा नगर ,राम नगर मस्जिद 8.30pm / 8.45pm

हजरत बन्दे अली शाह रहमतुल्लाह अलेह। दरगाह मैं 8.30pm/8.45pm

हज़रत शेर अली आगा रहमतुल्लाह अलेह। दरगाह में 8.45pm/9pm

(मोती बाग)

बैजनाथ पारा मुस्लिम हॉल 9.15pm/9.30pm (10दिन)

( 10दिन बाद भी बाकी तरावीह नमाज़ को अदा करना है)

तरावीह कुरआन को सुनने का हुकुम है पूरे रमज़ान मैं आपको, जिसमे सवाब 1हर्फ मैं 70नेकी

हर एक नेकी मैं 70गुना सवाब इतना प्यारा है माहे रमज़ान

फोटो क्रेडिट: जाकिर घुरसेना
ये है रमजान का पाक महीना

रमजान का पाक और मुबारक महीना चांद दिखने के बाद ही शुरू होता है. लेकिन 22 मार्च बुधवार के दिन रमजान उल मुबारक का चांद दिखाई नहीं दिया. जिस कारण आज गुरुवार को रोजा नहीं रखा जाएगा. रमजान के पाक महीने की शुरुआत को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोग बेसब्री से चांद के दीदार का इंतजार कर रहे हैं और सूरज ढलने के बाद सभी की नजरें आसमान की ओर ही है कि कहीं से चांद मुबारक की खबर आ जाए. लेकिन 22 मार्च को रमजान का चांद नजर नहीं आया. ऐसे में प्रमुख मुस्लिम संस्थाओं की ओर से ऐलान किया गया कि, अब जुम्मा यानी शुक्रवार के दिन से रोजा की शुरुआत होगी. ऐसे में पहली रमजानुल मुबारक 24 मार्च से होगी.

फोटो क्रेडिट: आफताब फरिश्ता

इस्लाम में जुम्मे यानी शुक्रवार के दिन को बहुत ही खास माना गया है और इसी दिन से रमजान का पहला रोजा भी रखा जाएगा. इस दिन को मुसलमान अल्लाह के दरबार में रहम का दिन मानते हैं. इसलिए हर दिन की नमाज से ज्यादा जुम्मे की नमाज का महत्व होता है. कहा जाता है कि इस दिन की गई अल्लाह की इबादत भाईचारे को समर्पित होती है. साथ ही जो लोग जुम्मे की नमाज पढ़ते हैं, अल्लाह उसके पूरे हफ्ते की गलतियों को माफ कर देते हैं और इस दिन अल्लाह से मांगी हर मुराद पूरी होती है. ऐसे में इस साल रमजान का पहला रोजा भी शुक्रवार के दिन से ही शुरू होगा, जिसे बहुत ही खास माना जा रहा है.

फोटो क्रेडिट: अकिफ़ फरिश्ता

बुधवार को अरब देशों से लेकर कहीं भी चांद का दीदार नहीं हुआ. अगर ऐसा होता तो आज गुरुवार से रोजा रखा जाता. लेकिन अब 24 मार्च को रमजान का पहला रोजा रखा जाएगा. इस्माल धर्म में रमजान के महीने का महत्व बताते हुए कहा गया है कि, इस महीने की गई इबादत से अल्लाह खुश होते हैं और रोजा रखकर मांगी गई हर दुआ कुबूल होती है. वहीं यह भी माना जाता है कि, अन्य दिनों के मुकाबले रमजान में की कई इबादत का फल 70 गुणा अधिक मिलता है. रमजान का रोजा 29 या 30 दिनों का होता है. इसमें रोजेदार सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक उपवास रखते हैं.
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