रमन सिंह को खेती, किसानी, गांव, गरीबों की समझ ही नही, गुमराह करना बंद करें: शैलेश
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने गोधन न्याय योजना
रायपुर (जसेरि)। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने गोधन न्याय योजना के संबंध में भ्रम फैलाने और गुमराह करने का कड़ा प्रतिवाद किया है। शैलेश ने कहा है कि रमन सिंह को खेती, किसानी, गांव, गरीबों की समझ ही नहीं है। वे गोबर और वर्मी कम्पोस्ट में अंतर ही नहीं समझ पा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में देश में सबसे अच्छा वर्मी कम्पोस्ट किसानों को दिया जा रहा है। वर्मी कम्पोस्ट के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का बयान गोपालक गौठान समूह में कार्यरत किसान मजदूर और महिला स्व-सहायता समूहों की मेहनत का अपमान है। रमन सिंह को न कभी गांव, गरीबों, मजदूरों, किसानों गौपालकों की चिंता रही है और न वे छत्तीसगढ़ की संस्कृति, छत्तीसगढ़ की परंपरा, रीति रिवाज और खेती किसानी को समझते हैं। रमन सिंह को तो यह भी नहीं पता कि गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनता कैसे हैं? वर्मी कम्पोस्ट बनाने की प्रक्रिया क्या है? गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनने में क्या-क्या बदलाव होते हैं और यह वर्मी कम्पोस्ट खेतों में जाकर क्या काम करता है, अगर रमन सिंह में यह समझ होती तो वे वर्मी कम्पोस्ट के खिलाफ ऐसा गलत एवं तथ्यहीन बयान जारी नहीं करते। छत्तीसगढ़ आर्गेनिक खेती की ओर बढ़ रहा है तो भाजपा और रमन सिंह को तकलीफ क्यों हो रही है?