रायपुर। पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के द्वारा जिले के समस्त थानों के मोहर्रिर प्रधान आरक्षकों की मीटिंग आहूत की गई। मीटिंग के दौरान सभी प्रधान आरक्षकों को अपनी कार्यशैली में और सुधार करने, रिकार्डों का संधारण दुरुस्त करने, असामाजिक तत्व एवं गुंडा सूची को अद्यतन करने, आम जनों के द्वारा दिए गए शिकायतों को संबंधित को तत्काल मार्क होने, विवेचको के लंबी अवकाश में जाने पर डायरी अन्य को स्थानांतरित किए जाने, समंस/वारंटो के त्वरित तमिली किए जाने के लिए निर्देशित किया. मर्ग प्रकरणों में पीड़ित परिजनों द्वारा मर्ग संबंधित जानकारी थाने स्तर से ही प्रार्थीयो को प्रदाय करने हेतु भी निर्देशित किया गया. पुलिस अधीक्षक महोदय के द्वारा मोहर्रिर प्रधान आरक्षक के पद को थाना प्रभारी के बाद थाने का सबसे महत्वपूर्ण अंग होना बताया तथा इसी के अनुरूप अनुशासित एवं कर्तव्य के प्रति सतर्क होकर ड्यूटी संपादित करने एवम थाने के कार्य में और इंप्रूवमेंट लाने संबंधित आवश्यक निर्देश दिए गए. प्रधान आरक्षकों ने कुछ महत्त्वपूर्ण सुझाव भी दिए.