Raipur लोक आयोग अग्निकांड का सच सामने लाए

Update: 2024-06-25 06:01 GMT

अग्निकांड में भ्रष्टाचार के प्रकरणों की संख्या की सही जानकारी उपलब्ध नहीं

लोक आयोग भ्रष्ट अधिकारियों के प्रकरण के फाईल की जांच ईमानदारी के साथ कर रहा था, कहीं उसमें से कोई फाईल अग्निकांड का भेंट तो नहीं चढ़ गया? यह भी जांच का विषय है

जिन भ्रष्टाचारियों की फाइलें जली है उनमें से अधिकतर सजा पाने के करीब थे

अग्निकांड भ्रष्टाचार प्रकरण मेंं लिप्त अधिकारियों की करतूत तो नहीं?

रायपुर raipur news। लोक आयोग में आगजनी की घटना हुए एक सप्ताह हो चुका है, लेकिन जांच की गाड़ी एक लाइन भी आगे नहीं खिसकी है। जांच अधिकारी लोक आयोग के अधिकारी को देख रहे है तो लोक आयोग के अधिकारी जांच अधिकारियों को देख रहे है? इस देखादेखी के चक्कर में सरकार के करोड़ों रुपए पानी की तरह बह रहे है जैसे बिना नल वाली टोटी हो। जिसकी जितनी मर्नी हो हाथ धो लें।प्रदेश में भ्रष्टाचार अब शिष्टाचार का रूप ले चुका है। नहीं पकड़ाएं शिष्टाचार हो जाता है और पकड़ा गए तो भ्रष्टाचार Corruption साबित हो जाता है। इसी खेल को आगे बढ़ाते हुए प्रदेस के भ्रष्ट अधिकारी जहां भी रहते है अपने कारनामे का चमत्कार दिखाते रहते है। लोक आयोग में इनके पुराने मामले को जड़ से खत्म करने के लिए तरह-तरह के उपक्रम करते है। जिसमें आग जैसी घटना को भी अंजाम देने से नहीं हिचकते है।

Chhattisgarh Public Commission राजधानी के नगर निगम के मुख्यालय के पास स्थित छत्तीसगढ़ लोक आयोग के दफ्तर में पिछले दिनों अग्निकांड की घटना घटित हुई। जिसमें बताया जा रहा है कि भ्रष्ट अधिकारियों की फाइलें जला दी गई है जिसकी पुष्टि के लिए लोक आयोग के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की जाती है लेकिन कोई अधिकारी फोन नहीं उठाते और वहां जाकर इस घटना के सम्बन्ध में बात करने पर कोई जवाब नहीं दिया जाता। इससे जाहिर होता है पिछले कांग्रेस सरकार में भ्रष्ट अधिकारियों की फाइलें भी जल गई हों या गायब कर दी गई हों। इस दौरान मौके पर कवरेज करने पहुंचे मीडिया कर्मियों के साथ लोक आयोग के अधिकारी-कर्मचारियों ने बदसलूकी की और मारपीट की। अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के कार्यालय में कई भ्रष्ट अधिकारियों के काले-चि_े थे जिसे अग्निकांड के रूप में जला दिया गया है। राज्य सरकार तत्काल इस अग्निकांड की उच्च स्तरीय पुलिस समिति का गठन करके मामलें की साफ-सुथरी और बारीकी से जांच कराए। अथवा पूरे अग्निकांड की जांच सीबीआई के हाथों में देनी चाहिए जिससे ये पता चल सके कि किस भ्रष्ट अधिकारियों की फाइलें आयोग के पास शिकायत के पास उपलब्ध थी पक्के सबूतों के साथ साजिशन इस अग्निकांड को इस भ्रष्ट अधिकारीयों द्वारा किया गया है ऐसा प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है मगर इस मामलें में जब सीबीआई की जांच होगी तो पूरे अग्निकांड की सच्चाई सामने आएगी।

Chhattisgarh हालांकि जनता से रिश्ता के पास पुख्ता सुबूत है जिसमें हजारों करोड़ों के घोटाले के जांच लोक आयोग में गंभीरता और फटाफट से की जा रही थी। जिसमें 4 से 5 राज्य के अधिकारी जो घोटाले के मुख्य आरोपी है उन्हीं सभी ने मिलकर इस अग्निकांड को अंजाम दिया है। ऐसा चर्चा का विषय सम्बंधित विभाग में थी और कई अधिकारी चीख-चीख कर कहते रहे उनका कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता। अग्निकांड के बहाने भ्रष्ट अधिकारी लोग अपनी फाइलें गायब भी करवा सकते है ऐसा चर्चा का विषय है। सही जानकारी और अग्निकांड की सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी सच क्या है? और इसके पीछे किसका हाथ है इसका जांच होना अति आवश्यक है। भ्रष्ट अधिकारियों के अग्निकांड की साजिश से छग शासन और लोक आयोग की साख में बट्टा नाकाम कोशिश भी माना जा रहा है।

ज्ञातव्य है कि छत्तीसगढ़ लोक आयोग कार्यालय में पिछले दिनों भीषण आग लगी जिसमें कई बड़े-बड़े मामलों के घोटालों के और बड़े-बड़े छुटभैया कांग्रेसी नेताओं के सरकारी कर्मचारियों के काले कारनामों की फाइलें थी जो इस आग में जलकर राख हो गई है। इस मामलें को छत्तीसगढ़ लोक आयोग को बड़ी ही गंभीरता से और सघन जांच करानी चाहिए। जिसमें ये पता लगाया जा सके कि इस अग्निकांड मामलें में किन-किन भ्रष्ट अधिकारियों के काले चिट्ठे जो फाइलों में दबे थे वो जले और कितने छुटभैया कांग्रेसी नेताओं के फर्जी दस्तावेज और उनके फर्जीवाड़े के खुलासे की फाइलें जली।

अग्निकांड घटना की कवरेज करने गए मीडियाकर्मियों से मारपीट और बदसलूकी भी की गई और बाद में माफी भी मांग ली गई। छत्तीसगढ़ लोक आयोग के दफ्तर में आग किस वजह से लगी इसका अब तक पता नहीं लग सका है।

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