इंजीनियर निकिता पंचाल के मोबाइल से कई अहम सुराग मिले
मोका कैफे का मालिक हर्षदीप जुनेजा और क्वींस क्लब के मालिक का करीबी संभव पारेख गिरफ्तार
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। वीआईपी रोड यूं ही नाम नहीं दिया है, कुछ खासियत या विशिष्टता को कारण ही वीआईपी की रैंकिंग मिलती है। रायपुर का वीआईपी रोड एक नहीं कई खासियतों को अपने समेटे हुए है। अजूबा पार्क के आसपास की होटलों में आज भी देर रात ड्रग की महफिल सजती है और शौकिए शौक फरमाने अड्डों में पहुंचकर रातों को रंगीन करते है। यहीं है वीआईपी रोड की विशेषताएं, जो युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करता है। जहां स्वर्ग जैसा सुख और आनंद की डूबकी लगाने के साथ पुलिस से सुरक्षा की गारंटी आयोजक पार्टीसिपेंट को देते है। ड्रग परोसने के मामले में पुलिस ने दो खास पैडलरों को पकड़ा है जिनके छत्रछाया में कारोबार फलफूल रहा था। मोका कैफे का मालिक हर्षदीप जुनेजा और क्वींस क्लब के मालिक का करीबी संभव पारेख को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
ड्रग्स कनेक्शन के तार खुलते जा रहे हैं परत दर परत : राजधानी में ड्रग्स कनेक्शन के तार परत दर परत खुलते जा रहे हैं। पुलिस की गिरफ्त में आई इंजीनियर निकिता पंचाल के मोबाइल से पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। निकिता ने करीब चार से पांच बार मुंबई और गोवा जाकर ड्रग्स खरीदी थी। उसके मोबाइल से 12 से अधिक युवतियों के नाम मिले हैं, जो निकिता से साथ ड्रग्स पार्टी में शामिल होती थीं। ड्रग्स तस्करी के भंडाफोड के बाद इनमें से कुछ युवतियां छत्तीसगढ़ से भाग गई हैं। पुलिस इनकी जानकारी जुटा रही है। वहीं, दूसरी तरफ इस मामले में कोतवाली पुलिस ने दो ड्रग्स पैडलर्स को गिरफ्तार किया है। इसमें से एक युवक कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता का भतीजा बताया जा रहा है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने बताया कि आशीष जोशी और निकिता पंचाल की मुलाकात एक पब में हुई थी। उसके बाद दोनों बीच दोस्ती हो गई और दोनों एक साथ रहने लगे। आशीष जोशी के साथ मिलकर निकिता छोटी-मोटी पार्टी आयोजित करती थी। पार्टी में निकिता सिर्फ ड्रग्स लेने वालों ग्राहकों की संख्या को बढ़ाने का काम करती थी। निकिता नए ग्राहकों से सीधे डीलिंग करती थी। निकिता के मोबाइल चैट से हुए खुलासे से जानकारी मिली है कि वह राजधानी में पिछले डेढ़ साल से यह काम करती थी। निकिता नेटवर्किंग कंपनी की तरह ग्राहकों की चेन बनाने का काम करती थी। आशीष की गिरफ्तारी के बाद भी निकिता इतनी वेफिक्र थी कि उसने अपने मोबाइल से कोई डाटा डिलीट नहीं किया, जिससे पुलिस को काफी मदद मिल रही है।
माथा देखकर लगाया जाता है तिलक : जितना बड़ा शौकीन, उतनी बड़ी कीमत में ड्रग का सौदा होता है। ड्रग्स की एक पुडिय़ा करीब 10 हजार रुपये में बेची जाती थी। मगर, निकिता से पूछताछ में सामने आया है कि वह ग्राहक और आयोजित पार्टी का स्टेट्स देखकर ड्रग्स के दाम तय करती थी। पार्टी में लड़कियों को छूट दी जाती थी। पुलिस सूत्रों की मानें, तो लड़कों को यदि दस हजार में कोकीन की सप्लाई की जाती थी, तो लड़कियों को आधे दाम पर कोकीन मिलता था। नए ग्राहकों को भी कम कीमत में ड्रग्स दी जाती थी।
निकिता ड्रग्स खरीदने जा चुकी है मुंबई और गोवा : निकिता से पूछताछ में पता चला है कि वह चार-पांच बार ड्रग्स खरीदने के लिए मुंबई और गोवा जा चुकी है। गोवा से निकिता सीधे मुंबई जाती थी। वह ड्रग्स खरीदने के लिए फ्लाइट से जाती थी और सड़क मार्ग से वापस आती थी, जिससे किसी को शक नहीं होता था। गोवा से आकर रायपुर, बिलासपुर और भिलाई में ड्रग्स तस्करी करती थी।
कारोबार बढ़ाने के चक्कर में आई लपेटे में : पुलिस का कहना है कि निकिता ड्रग्स का कारोबार बढ़ाना चाहती थी। वह लगातार नए ग्राहकों की तलाश में रहती थी। हालांकि, नए ग्राहकों को ड्रग्स देने का काम चेन सिस्टम से ही किया जाता था। आशीष के साथ राजधानी के आउटर में निकिता पार्टी आयोजित करती थी, जिसमें गिने-चुने लोग ही आते थे। नशेबाज अपने दोस्तों को लेकर आते और इस तरह धीरे-धीरे पार्टी में शामिल होने वालों की संख्या बढऩे लगी थी। हर बार पार्टी की जगह बदल दी जाती थी।
ड्रग्स के तार की कनेक्टीविटी जानने पुलिस जाएगी गोवा : पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की तह तक पहुंचने के लिए जांच कर रही है। पुलिस की एक टीम जल्द ही गोवा जाएगी। वहां जाकर पता किया जाएगा कि आरोपित गोवा में किससे और कहां से ड्रग्स खरीदते थे। ड्रग्स के तार कहां से जुड़े हैं। पुलिस का दावा है कि गोवा में ड्रग्स की सप्लाई करने वालों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। इसके साथ ही घटना के बाद से फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए भी अलग टीम गठित कर दी गई है।
ड्रग्स मामले में 2 और आरोपी गिरफ्तार...जल्द हो सकता है बड़ा खुलासा
रायपुर को नशे में झोंकने वाले ड्रग्स नेटवर्क के 2 और आरोपियों को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता हाथ लगी है। गिरफ्तार दोनों आरोपियों में एक संभव पारेख (क्वीन्स क्लब का संचालक) और मोका रेस्टोरेंट का संचालक हर्षदीप जुनेजा जो हाई प्रोफाइल बिजनेसमैन हैं। दोनों आरोपियों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक दोनों बिजनेसमैन ड्रग्स बेचने और उसका सेवन भी करते थे ।
फिर ब्राउन शुगर पकड़ाया, तस्कर गिरफ्तार
रायपुर पुलिस का नशे के खिलाफ अभियान लगातार जारी है। अब पुलिस ने ब्राउन शुगर के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया है मामले की जानकारी देते हुए दीनदयाल उपाध्याय नगर थाना प्रभारी योगिता खापर्डे ने बताया कि आरोपी प्रतीक अहमद के पास से 2 ग्राम ब्राउन शुगर मिली है, जिसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही की जा रही है।