रायपुर। लगभग डेढ़ महीने में भी नगर निगम वाल्टेयर लाइन के प्रभावितों का व्यवस्थापन नहीं कर पाया है। यहां से रेलवे लाइन के काम को आगे बढ़ाने में इन बस्तियों का हटना आवश्यक है। निगम के अनुरोध पर रेलवे ने पहले तोड़फोड़ रोक दिया था।
लेकिन डेढ़ माह के बाद भी व्यवस्थापन का काम न होता देख रेलवे ने फिर से तोड़फोड़ की तैयारी शुरू कर दी है। यहां झुग्गी बनाकर रहने वाले सौ परिवारों को फिर से नोटिस भेज दी गई है। इन्हें दो अप्रैल तक बस्ती खाली करने को कहा गया है।
वाल्टेयर सिंगल रेलवे लाइन को डबल किया जा रहा है। मंडी गेट के सामने चंद्रशेखर नगर, समलेश्वरी नगर के साथ कालीनगर के 40 घरों में रेलवे की भूमि पर सालों से झुग्गी बनाकर रहने वाले सौ परिवार का व्यवस्थापन आवश्यक है।
फरवरी माह में रेलवे जब यहां बुलडोजर लेकर पहुंचा तब महापौर ने हस्ताक्षेप करते हुए इनके व्यवस्थापन तक तोड़फोड़ रोकने के लिये रेलवे को पत्र लिखा था। महापौर के पत्र के बाद रेलवे एक माह तक रुका रहा। अब तक इनका व्यवस्थापन नहीं हो पाया है।
कालीनगर, पार्वतीनगर और चूना भट्ठी में भी टूटेगा घर
रेलवे लाइन के दायरे में आ रहे कालीनगर में 40 और पार्वतीनगर में 325 समेत रमण मंदिर वार्ड, चूना भट्ठी में बने रेलवे की भूमि पर बने घरों को तोड़ने रेलवे प्रशासन ने सूची बनाई है। सभी परिवारों को रेलवे की जमीन खाली करने नोटिस जारी किया जा चुका है। अब प्रभावित परिवारों को तोड़फोड़ होने से बेघर होने का डर सता रहा है।
झुग्गी-झोपड़ी को नहीं दिया जायेगा तोड़ने
चंद्रशेखरनगर, समलेश्वरीनगर समेत अन्य मोहल्ले के दो सौ परिवारों को रेलवे प्रशासन ने झुग्गी झोपड़ी हटाने नोटिस दिया है। सभी प्रभावित परिवारों को पीएम आवास देने की प्रक्रिया चल रही है। डीआरएम से इस संबंध में महापौर की चर्चा हुई है। व्यस्थापन करने तक किसी भी झुग्गी-झोपड़ी को तोड़ने नहीं दिया जायेगा।
-डा.प्रमोद साहू, पार्षद, महात्मा गांधी वार्ड क्रमांक 12