कोविड टीकाकरण में रायगढ़ जिला अव्वल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिले के स्वास्थ्य अमले, प्रशासनिक व्यवस्था को दी बधाई

Update: 2021-08-21 08:53 GMT

रायपुर। राज्य में कोविड टीकाकरण के पहले लक्षित डोज को शत प्रतिशत प्राप्त करने वाला रायगढ़ पहला जिला बन गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर जिले के स्वास्थ्य अमले, प्रशासनिक व्यवस्था और जागरूक लोगों बधाई दी है। रायगढ़ कलेक्टर भीम सिंह ने इसे अधिकारियों-कर्मचारियों और लोगों की साझा मेहनत का परिणाम बताया है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले की कुल आबादी 16.94 लाख में से 10.42 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था। 19 अगस्त तक 99.8 प्रतिशत लोगों को टीका लग चुका था शेष 0.2 प्रतिशत लोगों को 20 अगस्त को टीका लगने के साथ ही शत प्रतिशत लोगों को टीके का पहला डोज लग गया। सारंगढ़ ब्लाक में आखिरी दिन 1,780 लोगों को टीका लगाया गया।

स्वास्थ्य विभाग में लक्षित डोज को समय से प्राप्त करने पर हर्ष व्याप्त है। बीते डेढ़ साल में विभाग में खुशी मनाने का यही एक मौका मिला है। लक्ष्य की प्राप्ति में सबसे महती भूमिका खंड चिकित्सा अधिकारी और खंड कार्यक्रम प्रबंधकों की रही जिन्होंने सबसे निचले स्तर पर कार्य किया और वैक्सीन लगवाने की पूरी योजना बनायीं। कलेक्टर भीम सिंह ने भी इस उपलब्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जिस समय अन्य जिले 2,000-4,000 डोज के लिए राज्य स्तर पर वैक्सीन पाने के लिए संघर्ष कर रहे थे तब उन्होंने जिले को 1 लाख डोज तक दिलाया। 26 जून को टीका महाभियान चलवाया और पूरे टीकाकरण पर बराबर नजर रखे हुए हैं फिर चाहे वह सांरगढ़ जाकर लोगों को डोर-टू-डोर समझाना या फिर लैलूंगा में टीके के फायदे गिनवाना। जिला पंचायत सीईओ डा. रवि मित्तल ने जिला स्तरीय योजना बनाने और अपने विभाग के कर्मचारियों को इस टीकाकरण कार्य में लगाए रखा और सतत निगरानी करते रहे।

कोल्ड चैन को मेंटेन करते हुए रायपुर से कोविड वैक्सीन लाना और फिर उसे टीकाकरण केंद्रों तक बांटना भी चुनौतीपूर्ण था लेकिन स्वास्थ्य विभाग के टेक्नीशियन हलधर यादव, डीआईओ के सहायक चोलेश्वर पटेल और वाहन चालक लीनूस केरकेट्टा जो एक आदेश में रायगढ़ के धरमजगढ़ से रायपुर तक की दूरी बिना थके नाप देते और टीकाकरण सत्र शुरू होने से पहले आवश्यक डोज केंद्रों तक पहुंचा देते।

सभी का साझा प्रयास : डीआईओ डॉ. पटेल

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. भानू पटेल बताते हैं, "शत प्रतिशत टीकाकरण सभी का साझा प्रयास है। इसमें अधिकारी हैं, कर्मचारी हैं और जागरूक लोग। सबसे पहले टीके की उपलब्धता जिसे जिलाधीश महोदय ने सबसे ज्यादा और सबसे पहले करवाया फिर उसे केंद्रों तक पहुंचाना, टीकाकरण केंद्र खोलना और वहां वैक्सीनेटर व बाकी स्टाफ रखना सभी शामिल हैं । अन्य विभागों से कर्मचारियों का सहयोग मिलना। इसके बाद लोगों को प्रेरित करना हर कदम पर सभी ने अपना भरपूर योगदान दिया। शहरी क्षेत्र में पार्षदों और ग्रामीण क्षेत्रों में पंच-सरपंचों ने स्वास्थ्य विभाग का सहयोग किया है"।

प्लानिंग के साथ सत्र रखा : सीएमएचओ डॉ. केसरी

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएन केसरी ने बताया, "रायगढ़वासियों को बहुत-बहुत बधाई। सभी के सहयोग से जिल ने कोविड वैक्सीनेशन का पहला डोज शत प्रतिशत प्राप्त कर लिया है। हम छत्तीसगढ़ में पहले जिले हैं जिन्होंने यह लक्ष्य प्राप्त किया है। आप सभी के सहयोग से दूसरी डोज भी शत प्रतिशत पूरा करेंगे। कोविड वैक्सीनेशन के मामले में रायगढ़ जिला शुरुआत से ही बेहतर रहा है और हमने प्लानिंग के साथ टीकाकरण सत्र रखे और इसकी सतत निगरानी की। पूरे प्रशासनिक अमले और जनप्रतिनिधियों का हमें सहयोग मिला। लोगों की जागरूकता भी बड़ा फैक्टर है। "

मीडिया का सहयोग और डेटा एनालिसिस

सीएमएचओ कार्यालय के जिला डेटा मैनेजर लखन उरांव की मुस्तैदी टीकाकरण के प्रत्येक सेशन पर नजर रखे हुए थे। हर दो घंटे में जिला स्तर डेटा मुहैया कराना उन्ही की ही जिम्मेदारी है जिसके आधार पर आगे की प्लानिंग की जाती है। लखन और उनकी टीम ने समय रहते डेटा दिये और जिसके आधार पर कम समय में अधिक लक्ष्य हासिल हो पाया। वहीं स्वास्थ्य महकमा मीडिया को बराबर श्रेय देता है। उनके मुताबिक माडिया ने टीकाकरण के सत्र से लेकर जरूरत सब को बेहतर तरीके से कवर किया और टीके से संबंधित जानकारियों को समय रहते लोगों को तक पहुंचाया। लोगों को पता रहता था कि किस दिन कहां और कितने सेशन लगेंगे, इससे एक बड़ी आबादी प्रभावित हुई।


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