ड्रग्स तस्करी में शामिल दो युवतियों की तलाश में छापामारी

राजधानी में नशे के नेटवर्क के साथ अब गल्र्स कनेक्शन भी सामने आया है

Update: 2020-10-12 06:18 GMT

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>  गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल डाटा जांच रही पुलिस, 5 नए पैडलर के नाम सामने आए

रायपुर (जसेरि) राजधानी में नशे के नेटवर्क के साथ अब गल्र्स कनेक्शन भी सामने आया है। एक हफ्ते की जांच और 11 गिरफ्तारियों के बाद रविवार को खुलासा हुआ कि राजधानी की पार्टियों में दो युवतियां ही नशे के पैकेट अपने पास रखती थीं और परोसती थीं। इनमें से एक युवती गिरफ्तार हुए पैडलर की दोस्त है और 8 माह से उसके साथ लिव-इन में रह रही थी। दूसरी भी शहर की है। पुलिस ने दोनों की तलाश में आधा दर्जन जगह छापे मारी लेकिन वह नहीं मिली हैं। दोनों युवतियां सोशल मीडिया में काफी एक्टिव हैं और उनके अकाउंट पार्टियों और जश्न की तस्वीरों से भरे पड़े हैं। इस बीच, पूछताछ और मोबाइल की जांच में पुलिस को 5 और पैडलर के नाम पता चल गए हैं। पुलिस ने उन्हें ढूंढा लेकिन नहीं मिले और मोबाइल भी बंद हैं। दो-तीन लोगों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि ड्रग्स के साथ-साथ गिरोह सेक्स रैकेट भी चला रहा था, जिसे दोनों युवतियां लीड कर रही थीं। ये युवतियां नशा लेने वाले अपने कस्टमर को पार्टी में साथी उपलब्ध करवाती थीं। ऐसी 11 और युवतियों के मोबाइल नंबर पुलिस को मिले हैं, जिन्हें पैडलर बुलवाते थे। सभी राजधानी की ही हैं। नशे के इस धंधे में युवतियों की लिप्तता का मामला भी आरोपियों के मोबाइल की जांच से ही फूटा है। पुलिस इस बिंदू पर काफी काम कर चुकी है। अफसरों ने बताया कि ड्रग के आदी एक युवक ने पुलिस को बताया कि पैडलर कई लोगों को ड्रग्स की आदत डालने के लिए पहला पैकेट फ्री देते थे। एक पैडलर की उससे दोस्ती भी इसी तरह हुई। इसके बाद वह उसे हाईप्रोफाइल पार्टियों में ले जाने लगा और एक-दो बार ड्रग टेस्ट करवाई। आदत पड़ गई तो वह सौदेबाजी करने लगा और मोटी रकम वसूली। ऐसा युवतियों के साथ ज्यादा किया गया है।

15 मोबाइल जांच के लिए फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए : एसएसपी अजय यादव ने बताया कि ड्रग्स मामले में अब तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हुई और 15 मोबाइल जब्त किए गए हैं, जिन्हें फोरेंसिक लैब भेजा गया है। सभी का डिलीट डेटा रिकवर किया जाएगा। पुलिस का फोकस उनके चैट, मैसेज पर है, क्योंकि आरोपी वाट्सएप पर ज्यादा चैटिंग या कॉल कर रहे थे।

अभिषेक की काल डिटेल उगलेगी रसूखदारों के नाम

कोकीन सप्लाई के मामले में पुलिस की जांच अब और तेज हो गई है। जैसे-जैसे गिरफ्तारी हो रही है, उसी आधार पर कई चौंकाने वाली जानकारियां पुलिस के हाथों लग रही हैं। बिलासपुर से गिरफ्तार आरोपित अभिषेक शुक्ला उर्फ डेविड ने अपना फोन फार्मेट कर फेंक दिया था। पुलिस ने उसकी नई सिम निकलवाई है और उसे रिकवर करने में लगी है। पुलिस का दावा है कि अभिषेक की काल डिटेल से और भी ड्रग्स पैडलर के नाम सामने आ सकते हैं। वहीं वह किस-किस को ड्रग्स सप्लाई करता था इसकी जानकारी भी सामने आएगी।

कोकीन मामले में पुलिस की टीम लगातार जांच में जुटी हुई है। अभिषेक शुक्ला के नंबर के काल डिटेल्स निकाले जा रहे हैं, जिनके भी नाम सामने आएंगे, जल्द ही गिरफ्तारी होगी।

- लखन पटले, एडिशनल एसपी, रायपुर

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