रायपुर। प्रदेश के सबसे बड़े पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से मूल्यांकन कराने का कार्यक्रम फिलहाल स्थगित कर दिया है। हर पांच वर्ष में नैक से मूल्यांकन कराना अनिवार्य होता है। ऐसे में जिस दिन नैक के मूल्यांकन की तारीख खत्म होगी, उसके बाद से विश्वविद्यालय ग्रेड विहीन हो जाएगा। इसका असर छात्र-छात्राओं की डिग्री पर पड़ेगा।
यह तब स्थिति है जब राज्यपाल अनुसुईया उइके और उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल नैक से मूल्यांकन कराने के लिए कालेजों और विश्वविद्यालयों को लगातार प्रेरित कर रहे हैं। जब प्रदेश का विश्वविद्यालय ही नैक से मूल्यांकन नहीं कराएगा तो बाकी कालेजों की स्थिति का सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं। कुलपति डा. केशरीलाल वर्मा ने कहा कि अभी हम विश्वविद्यालय की अधोसंरचना के विकास पर काम कर रहे हैं। बताया जाता है कि कार्यपरिषद में एजेंडा लाकर मूल्यांकन को फिलहाल स्थगित किया गया है। दिसंबर 2022 से नैक की ग्रेडिंग की अवधि खत्म हो जाएगी।