नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराएं: कलेक्टर

छग

Update: 2024-10-19 16:06 GMT
Bilaspur. बिलासपुर। कलेक्टर अवनीश शरण ने आज स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के कामकाज की गहन समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने जिला स्वास्थ्य समिति की भी बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि जिले में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए महाअभियान चलाए। ब्लॉक एवं ग्राम पंचायत स्तर पर भी 31 दिसंबर तक सभी पात्र हितग्राहियों का शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बना लिया जाए। इसमे किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिले के नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण
स्वास्थ्य
सुविधा मुहैया कराने कहा। कलेक्टर ने सीएचसी रतनपुर और तखतपुर में 20 नवंबर तक हर हाल में सोनोग्राफी की सुविधा शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इससे ग्रामीणों को अपने क्षेत्र में ही सोनोग्राफी की सुविधा मिल पाएगी। उन्होंने कहा कि पोषण पुनर्वास केन्द्र में एक भी बेड खाली न रहे। बच्चों की सूची प्राथमिकता से पहले ही बनाकर रखें। जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने लगभग साढ़े 3 घंटे तक स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों, डॉक्टरों सहित मैदानी अमले की बैठक लेकर योजनाओं में प्रगति की बारीकी से समीक्षा की।

उन्होंने पीएचसी एवं सब हेल्थ सेंटर में प्रसव की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। संस्थागत प्रसव की कम दर पर असंतोष जताते हुए इसे बढ़ावा देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सबसे पहले स्वास्थ्य विभाग के कामकाज की विस्तार से समीक्षा की। मोतियाबिंद मुक्त बिलासपुर के लिए चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा की और इसकी प्रक्रिया जल्द पूरा करने कहा। मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु का अंकेक्षण उचित रूप से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने पर संबंधित सुपरवाईजर सेक्टर इन्चार्ज एवं डीपीओ को गणतंत्र दिवस पर प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के रिक्त पदों पर जल्द भर्ती करने के निर्देश दिए। भवनविहीन
आंगनबाड़ी
केन्द्रों की समीक्षा की। प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने कहा ताकि महिलाएं इसका लाभ ले सके। कलेक्टर ने जिले में कुपोषण की जानकारी लेते हुए अब तक किए गए प्रयासों की समीक्षा की। कुपोषित बच्चों और गर्भवती महिलाओं को सही पोषणयुक्त भोजन देने पर जोर दिया। उन्हें आंगनबाड़ी केन्द्रों तक लाने सामुदायिक जागरूकता के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। पोषण ट्रैकर मानिटरिंग एप्प के जरिए कुपोषित बच्चों की सतत निगरानी करने कहा। बैठक में नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ आरपी चौहान, प्रभारी सीएमएचओ डॉ. प्रमोद तिवारी, सिविल सर्जन अनिल गुप्ता, महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुरेश सिंह, डीपीएम प्यूली मजूमदार, सहित दोनों विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
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