कोंडागांव। कलेक्टर दीपक सोनी ने गुरुवार को चुरेगांव स्थित दुग्ध संग्रहण एवं प्रशीतन ईकाई में आयोजित पशुपालक जागरुकता एवं संगोष्ठी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने दुग्ध संग्रहण एवं प्रशीतन ईकाई का निरीक्षण करते हुए यहां कार्यरत समूह की महिलाओं से चर्चा करते हुए दुग्ध संग्रहण एवं प्रशीतन ईकाई की कार्य प्रणाली को समझते हुए महिलाओं से जानकारी ली। उन्होंने आयोजित संगोष्ठी में आये ग्रामीणी को संबोधित करते हुए कहा कि जिले में पशुपालन की अपार संभावनाएं है। ऐसे में हमें आवश्यकता है कि इन संभावनाओं को अपने विकास हेतु प्रयोग किया जाए। जिला प्रशासन द्वारा जिले में दुग्ध उत्पादन एवं उसके प्रसंस्करण के लिए विशेषज्ञों का दल तैयार कर इसके बेहतर उपयोग हेतु कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये गये है। उन्होने ने कहा कि यह यूनिट सभी दुग्ध उत्पादकों की सहायता के लिए बनाया गया है। ताकि हर पशुपालक को उचित मूल्य प्राप्त हो सके।
इस अवसर पर कलेक्टर ने ग्रामीणों के संग विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर प्रतिदिन एक ग्लास दुध पीने का संकल्प लेते हुए ग्रामीणों को इसके संबंध में जानकारी देते हुए इसके लाभों को बताते हुए दुध पीने हेतु प्रोत्साहित किया। इस दौरान उन्होने ग्रामीणों को दुग्ध उत्पादन के साथ शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के अंतर्गत पशुओं के गोबर को बेच कर अतिरिक्त आय अर्जित करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस कार्यक्रम में कलेक्टर ने जिले के बेहतरीन दुग्ध उत्पादकों को सम्मानित भी किया। जिसमें प्रतिदिन दुग्ध संग्रहण ईकाई को सर्वाधिक दुध विक्रय करने वाले प्रवीर फौजदार, चंदा हलदार, काकोली मंडल, लीला बाई तथा सत्या प्राथमिक सहकारी समिति की अध्यक्ष पुष्पा राय के साथ बोलबोला में उत्तम दुग्ध उत्पादन के लिए देवकी बाई, गायत्री बाई तथा कुकाड़गारकापाल की शीतला स्व सहायता समूह की महिलाओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एसडीएम फरसगांव सीमा ठाकुर, तहसीलदार विरेन्द्र श्याम, एडी वेटनरी एसके नाग, प्रभारी पशुचिकित्सालय कोण्डागांव नीता मिश्रा, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक हितेश मिश्रा, सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।