नवकार जपेश्वरी साध्वी शुभंकरा के मंगल प्रवेश पर निकली शोभायात्रा

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Update: 2023-06-28 17:49 GMT
रायपुर। सदर बाजार जैन मंदिर से एमजी रोड स्थित दादाबाड़ी तक बुधवार को शोभायात्रा निकाली गई। रास्ते भर में जिन शासन के जयकारे गूंजते रहे और गुरुभक्ति का उल्लास छाया रहा। गुरू के सम्मान में महिलाओं ने अपने सिर पर कलश लेकर मंगल कलश यात्रा निकाली, जो शोभायात्रा के साथ चल रहीं थी। साथ ही पारंपरिक वेशभूषा में बैंड समेत धर्म पताकाओं के बीच रथ चलती रही। साध्वीजी के प्रवेश के दौरान दादाबाड़ी में फलोदी की कोमल गोलछा की सुमधुर संगीतमयी प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केंद्र रही। उनके भजनों की प्रस्तुति को साध्वीजी ने आत्मजागृती का अलार्म बताया। मंगल प्रवेश के बाद साध्वीजी ने भगवान धर्मनाथ मंदिर के दर्शन किये और फिर प्रवचन स्थल पर अपना आसन ग्रहण किया। मनोहरमय चातुर्मास 2023 के पदाधिकारियों ने रायपुर श्रीसंघ को चातुर्मास प्राप्त होेने आभार जताया।
बुधवार को चातुर्मासिक आराधना क्रम में सुबह 5.45 से 6.45 बजे तक कर्म विज्ञान (स्वाध्याय), सुबह 8.45 से 9.45 बजे तक आध्यात्मिक प्रवचन, सुबह 10 से 11 बजे तक जीवन विज्ञान (स्वाध्याय) हुआ। साध्वीजी ने कहा कि पिछले चार दिनों से वर्षा हो रही थी और आज सुबह भी बौछारें पड़ती रही। सभी यही सोच रहे थे कि प्रवेश के समय वर्षा न हो जाए। आज हम भगवान धर्मनाथ के मंदिर में बैठे हैं, हमें पूरा विश्वास था कि मंगल प्रवेश के दौरान पानी नहीं बरसेगा। और वैसा ही हुआ, यह भगवान का हम पर आशीर्वाद है। साध्वी जी ने कहा कि जैसे जन्म मृत्यु निश्चित है वैसे ही संतों का चातुर्मासिक प्रवेश और उनकी गोचरी भी निश्चित है। आज भगवान धर्म नाथ के मंदिर में मंगल प्रवेश के दौरान हुई वह संगीतमय प्रस्तुति खुद को आत्मजागृत करने का अलार्म है। यह प्रवेश शब्द हम रोज उपयोग करते हैं। हमने अपने जीवन काल में 84 लाख योनियों में प्रवेश किया। कभी स्कूल में प्रवेश किया, कभी कॉलेज में प्रवेश किया, कभी डॉक्टरी की पढ़ाई में प्रवेश किया तो कभी इंजीनियरिंग और सीए की पढ़ाई में प्रवेश किया। हम रोज घर में प्रवेश करते हैं, ऑफिस में प्रवेश करते हैं जबकि हमें ऐसे स्थान पर प्रवेश करना है, जहां केवल एक बार प्रवेश करना पड़े बार-बार नहीं।
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