निजी अस्पताल-लैब ने छिपाई स्वाइन फ्लू की जांच, नोटिस

रायपुर

Update: 2021-09-27 05:05 GMT

स्वास्थ्य विभाग ने पूछा-मंजूरी के बगैर जांच कैसे?

निजी अस्पताल-लैब ने छिपाई स्वाइन फ्लू की जांच, नोटिस

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में 19 जुलाई से 19 सितंबर के बीच स्वाइन फ्लू के 5 मामले छिपाने पर निजी अस्पताल और लैब को स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस जारी कर दिया है। महामारी नियंत्रण विभाग की ओर से लिखे गए पत्र में स्वाइन फ्लू के बैक डेट मामले देरी से संज्ञान में लाने पर कारण पूछा गया है। दरअसल, पूरे प्रदेश में सरकारी और निजी सेटअप में केवल 6 ही आधिकारिक लैबों में ही स्वाइन फ्लू के टेस्ट हो रहे हैं।

ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने पूछा है कि मंजूरी नहीं होने पर भी स्वाइन फ्लू के टेस्ट आखिर किस तरह और क्यों किए गए। राजधानी में सरकारी सेटअप में केवल नेहरु मेडिकल कॉलेज की लैब और एम्स रायपुर में ही टेस्ट होते हैं। जबकि शहर के बाहर जगदलपुर मेडिकल कॉलेज की लैब में सरकारी स्तर पर स्वाइन फ्लू के टेस्ट किए जा रहे हैं। इसके अलावा रायपुर में तीन निजी लैब ने भी पहले स्वाइन फ्लू टेस्ट करने की मंजूरी ले रखी है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के मुताबिक हालांकि टेस्ट अनधिकृत रूप से निजी लैब द्वारा किए गए, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इस रिपोर्ट के आधार पर स्वाइन फ्लू पॉजिटिव माना है। रायपुर में जुलाई से सिंतबर के बीच पांच लोगों को स्वाइन फ्लू मिला है। जिसमें केवल एक ही मरीज फिलहाल भर्ती है। जबकि एक की पहले ही डेथ हो चुकी है। बाकी तीन स्वस्थ हो चुके हैं। एपिडेमिक कंट्रोल के डायरेक्टर के डॉ. सुभाष मिश्रा के मुताबिक स्वाइन फ्लू की जानकारी छिपाने पर निजी अस्पताल और लैब को पत्र लिखकर जवाब मांगा है। जवाब के आधार पर आगे सख्त एक्शन लिया जाएगा।

प्रदेश में 13 नए मरीज, मौत नहीं

छत्तीसगढ़ में कोरोना के 13 नए मरीज मिले हैं, जिसमें रायपुर का एक केस शामिल है। पिछले 24 घंटे में शून्य मौत हुई है। राहत की बात यह है कि गणेश पक्ष बीतने के बाद वाले एक हफ्ते में प्रदेश में 1.87 लाख से अधिक लोगों के कोरोना टेस्ट हुए हैं। इनमें से 186 ही पॉजिटिव मिले हैं अर्थात, प्रदेश में हजार लोगों का टेस्ट हो रहा है तो 1त्न से भी कम (0.09 प्रतिशत) कोरोना पॉजिटिव निकल रहा है। हेल्थ अफसरों के मुताबिक बीते दो माह में त्योहार के दौरान केस में सारी तरह की आशंकाओं के बीच बहुत कम केस आए हैं। जबकि पिछले साल पहली लहर के दौर में सितंबर के 26 दिन में 70958 से अधिक केस निकले थे, यानी हर दिन 2729 के औसत से मरीज मिल रहे थे। उसकी तुलना में इस सितंबर माह में मरीजों का रोजाना का औसत 30 केस पर आ गया है। सितंबर के 26 दिनों में प्रदेश में 791 से अधिक केस मिले हैं अर्थात लगभग सभी जिलों में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है।

त्योहार के दौरान रोज 30 हजार टेस्ट

स्वास्थ्य विभाग के महामारी विभाग के डायरेक्टर डॉ. सुभाष मिश्रा के मुताबिक आने वाले त्योहारी सीजन के मद्देनजर प्रदेश में हर दिन कोरोना जांच का औसत बढ़ाकर तीस हजार किया जाएगा, जिससे कोरोना के केस में बढ़ोतरी और कमी किस ट्रेंड में हो रही है ये आंकलन किया जा सके। नए केस के लिहाज से सितंबर का महीना दोनों लहर में सबसे अच्छा साबित हुआ है। प्रदेश में देश के कुल सक्रिय मरीजों का केवल अब 0.09 प्रतिशत एक्टिव मरीज ही है। देश में फिलहाल 2.97 लाख से अधिक कोरोना मरीज सक्रिय हैं। जबकि प्रदेश में ये संख्या 285 है।

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