जांजगीर-चांपा। अवैध शराब बिक्री के मामले में जेल में बंद विचाराधीन कैदी की जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। मगर स्वजनों का आरोप है कि आबकारी विभाग द्वारा उसके साथ मारपीट की गई थी जिसके चलते युवक की जान चली गई। आक्रोशित स्वजन और ग्रामीणों ने आज एसपी आफिस का घेराव भी कर दिया और जमकर नारेबाजी की। आबकारी विभाग ने शुक्रवार को युवक को शराब बिक्री के मामले में गिरफ्तार किया था।
जानकारी के अनुसार नवागढ़ थाना क्षेत्र के कटौद निवासी जगदीश गोंड (32) शुक्रवार 15 अप्रैल को शादी समारोह में शामिल होने बिर्रा जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में ही आबकारी विभाग ने उसे पकड़ लिया था। बाद में उसे पुलिस को सौंप दिया था। जिसके कारण वह जिला जेल में बंद था। इस बीच रविवार सुबह पुलिस ने कोटवार के माध्यम से स्वजन को सूचना दी कि इलाज के दौरान जगदीश की मौत हो गई है। उसका शव जिला अस्पताल में रखा गया है। आकर शव ले जाएं। यह सूचना मिलते ही स्वजन आक्रोशित हो गए। इसके बाद स्वजन, ग्रामीण और सामाजिक संगठन के पदाधिकारी दोपहर में एसपी आफिस पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। उनका आरोप है कि आबकारी विभाग के कर्मचारियों ने जगदीश को इतना पीटा की उसकी जान चली गई। उन्होंने मांग रखी कि चार डाक्टर मिलकर शव का पीएम करें। साथ ही स्वजन ने मुआवजे की भी मांग की है। इस संबंध में उन्होंने एसपी से भी बात करने की कोशिश की। मगर वहां किसी से बात नहीं हो सकी। एसपी कार्यालय के सामने प्रदर्शन की सूचना पर नायब तहसीलदार सीता शुक्ला मौके पर गई थीं। उन्होंने स्वजन को आश्वस्त किया है कि चार डाक्टरों की देखरेख में शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।