जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में नया शिक्षा सत्र शुरू होने को है और इससे पहले प्राचार्य विहीन स्कूलों पर नियमित प्राचार्य की नियुक्ति को लेकर शिक्षक एकजुट हुए हैं। छत्तीसगढ़ के 7 संगठन से अधिक शिक्षक संगठनों ने सरकार से बीते 10 सालों से प्राचार्य पद पर अटकी पदोन्नति की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरी करने की मांग की है।
जगदलपुर में छत्तीसगढ़ के शिक्षक संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर चरण बंद आंदोलन की बात कही है, जिसमें सबसे पहले सरकार से इस प्रक्रिया को जल्द पूरा करने दबाव बनाया जाएगा। व्याख्याता और प्रधान पाठकों ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत टी संवर्ग में वर्ष 2013 से तथा ई संवर्ग में वर्ष 2016 के बाद से हाई स्कूल तथा हायर सेकेंडरी स्कूल में प्राचार्य पद पर पदोन्नति नहीं की गई है। राज्य में 3000 से अधिक स्कूलों में प्राचार्य के पद रिक्त पड़े हुए हैं। इन संवर्ग के सैकड़ों नियमित व्याख्याता तथा नियमित प्रधान पाठक सेवानिवृत्त हो चुके हैं, लेकिन उन्हें पदोन्नति का लाभ नहीं मिला।
शिक्षकों ने मांग की है कि माह अप्रैल-मई 2023 में 2 महीने का एक निश्चित समयबध्द कार्यक्रम जारी कर लंबे समय से अटकी पदोन्नति की प्रक्रिया को सरकार पूरी करें। खास बात यह कि बस्तर जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में पदोन्नति नहीं मिलने से स्कूलों में प्राचार्य पदों पर प्रभारियों के भरोसे काम चल रहा है। ऐसे में शिक्ष गुणवत्ता को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।