बलौदाबाजार। गांव-गांव स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने वाले 102 नंबर एम्बुलेंस स्वास्थ्य सेवा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से महतारी एम्बुलेंस खड़ी हो गई है, जिससे गर्भवती महिलाओं को तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है.
हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों का कहना है कि वे लोग विगत 10 वर्षों से जेवीके कंपनी के अंतर्गत 102 एम्बुलेंस सेवा में कार्य कर रहे हैं और अब शासन ने यह ठेका दूसरी कम्पनी केम्प को दे दिया है, जो अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए हमें काम से निकाल रहे हैं. वहीं कर्मचारियों से आगे सेवा जारी रखने 50 हजार रुपए की मांग के साथ ही ईएमटी के लिए बीएससी नर्सिंग पास होना अनिवार्य बताकर नौकरी से निकाल रहे हैं, जो सही नहीं है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि सरकार बनेगी तो हम आप लोगों को शासकीय करेंगे पर नहीं किया. हम चाहते हैं कि भूपेश है तो भरोसा है, उसे लागू कर हमें सहायता प्रदान करे. बता दें कि प्रदेशभर में चल रही इस सेवा का सबसे ज्यादा लाभ ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को मिलता है और पूरे प्रदेश में लगभग 1000 कर्मचारी इस सेवा मे लगे हैं, जिनके सामने अब रोजी रोटी की समस्या सामने आ रही है.