भिलाई के प्रशांत को अमेरिका में पीएचडी कोर्स में मिला प्रवेश

Update: 2024-09-05 02:55 GMT

भिलाई bhilai news। इस्पात नगरी भिलाई के प्रशांत पर्वतानेनी ने अमेरिका के प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय, कैलिफोर्निया के कला और कला इतिहास विभाग में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) कार्यक्रम में प्रवेश प्राप्त किया है। भिलाई बिरादरी के लिए यह एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है। वे इस माह स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में प्रवेश लेंगे। इसके लिए प्रशांत 7 सितंबर को बेंगलुरु से अमेरिका प्रस्थान करेंगे। प्रशांत ने अपने रहने और शोध के खर्चों को कवर करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तावित पाँच वर्षों के लिए पूर्ण वित्त पोषण भी प्राप्त किया है। उन्हें ट्यूशन फीस की पूरी छूट के साथ-साथ 51 हजार 600 डॉलर की वार्षिक स्कॉलरशिप भी प्रदान की गई है। प्रशांत को 'पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय' से भी प्रवेश का प्रस्ताव मिला था, लेकिन उन्होंने डॉक्टरेट की पढ़ाई के लिए स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय को चुना। chhattisgarh news

प्रशांत, बोकारो स्टील प्लांट के आरसीएल विभाग में महाप्रबंधक के रूप में कार्यरत पीएस राहुल तथा पीएस भारती के सुपुत्र हैं। वे प्रदेश के ख्याति प्राप्त ट्रेड यूनियन लीडर एन एन राव के नाती हैं। प्रशांत ने बीएसपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-10 से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की है।

प्रशांत ने पत्रकारिता और अंग्रेजी में बीए (2013) और क्राइस्ट यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी में एमए (2016) पूरा करने के बाद बैंगलोर शहर में एक लेखक और शोधकर्ता के रूप में काम किया है। प्रशांत ने कबीर प्रोजेक्ट के साथ एक शोधकर्ता और अनुवादक के रूप में काम किया, जहां उन्होंने भारत के लोकगीतों का एक संग्रह विकसित करने में मदद की। उन्होंने रंग शंकरा, बैंगलोर और मुंबई में काला घोड़ा कला महोत्सव जैसी जगहों पर कविता की मौखिक परंपराओं पर भी बातचीत की है। अतिथि व्याख्याता के रूप में, उन्होंने बैंगलोर में क्राइस्ट यूनिवर्सिटी और एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन में साहित्य और सिनेमा पर आधारित पाठ्यक्रम में भी पढ़ाया है। उन्हें 11वें श्रीनिवास रायप्रोल कविता पुरस्कार (2019) से सम्मानित किया गया। भारत में रचनात्मक लेखन के लिए एक महत्वपूर्ण पुरस्कार के रूप में मान्यता प्राप्त, श्रीनिवास रायप्रोल कविता पुरस्कार की स्थापना हैदराबाद स्थित श्रीनिवास रायप्रोल लिटरेरी ट्रस्ट और हैदराबाद विश्वविद्यालय द्वारा अंग्रेजी में लिखी गई कविता में उत्कृष्टता को मान्यता देने के लिए की गई थी। स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में, प्रशांत अपने पीएचडी शोध के लिए फिल्म और मीडिया अध्ययन में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं।

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