सीएम भूपेश बघेल से प्रभु चावला बोले- जब मौका मिलेगा पूछूंगा PM से सवाल, जवाब मिला- न नौ मन तेल...
प्रधानमंत्री मोदी के विरोधी उनपर एकतरफ संवाद का आरोप लगाते रहते हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: प्रधानमंत्री मोदी के विरोधी उनपर एकतरफ संवाद का आरोप लगाते रहते हैं। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के नेता यह कहते रहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी कभी भी सामने आकर मीडिया के सवालों का जवाब नहीं देते हैं। आजतक चैनल पर सीधी बात कार्यक्रम में जब एंकर प्रभु चावला ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहा कि जब मौका मिलेगा तो प्रधानमंत्री मोदी से सवाल जरुर पूछूंगा। तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तंज कसते हुए कहा कि न नौ मन तेल होगा और न राधा नाचेगी।
आजतक न्यूज चैनल पर आयोजित सीधी बात कार्यक्रम में एंकर प्रभु चावला ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कोरोना काल में विधानसभा चुनाव कराने को लेकर सवाल पूछा। इसपर जवाब देते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि भारत सरकार और निर्वाचन आयोग ने आपस में रायशुमारी कर पश्चिम बंगाल में 8 चरण का विधानसभा चुनाव घोषित किया था। भूपेश बघेल ने कहा कि जहां केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में एक चरण में चुनाव कराया गया तो वहीं पश्चिम बंगाल में 8 और असम में 3 चरणों में चुनाव कराया गया।
भूपेश बघेल ने आगे कहा कि क्या चुनाव आयोग को यह पता नहीं था कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर भारत में आ सकती है और उसी हिसाब से चुनाव कराया जाए। क्या भारत सरकार ने चुनाव आयोग को इसकी सूचना नहीं दी थी। अगर भारत सरकार ने सूचना नहीं दी तो हम लोग कैसे दोषी हो गए। हम तो एक छोटे से राज्य के मुख्यमंत्री है। साथ ही भूपेश बघेल ने एंकर प्रभु चावला को धन्यवाद करते हुए कहा कि आप मेरे बहाने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से सवाल पूछ रहे हैं। क्योंकि आप सीधे तो उनसे सवाल पूछ नहीं सकते हैं। न तो वो सामने आएंगे और न आप उनसे सवाल पूछेंगे।
भूपेश बघेल के इतना कहते ही एंकर प्रभु चावला कहने लगे कि जब वो सामने आएंगे तो मैं उनसे सवाल जरुर पूछूंगा। इसपर भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि न नौ मन तेल होगा और न राधा नाचेगी। न आपको सवाल पूछने का मौका मिलेगा और न आप उनसे सवाल पूछ पाएंगे। इसके अलावा भूपेश बघेल ने कार्यक्रम में यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना को लेकर कई लोगों के सुझाव को नजरअंदाज किया।
छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम में कहा कि पिछले साल ही राहुल गांधी ने कहा था कि कोरोना की सुनामी आएगी लेकिन प्रधानमंत्री ने इसको नजरंदाज कर दिया। राहुल गांधी ने जब लॉकडाउन से होने वाले आर्थिक नुकसान को लेकर भी अपना सुझाव दिया तो उसे भी नहीं माना गया। इतना ही नहीं जब राहुल गांधी ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से पश्चिम बंगाल में होने वाली अपनी रैली रद्द की, तब भी प्रधानमंत्री मोदी ने इसपर अमल नहीं किया।