गंडई। नगर पंचायत गंडई में बीते दिनों मुर्गी फार्म के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किए जाने का मामला सामने आया था। जिसमें जानकारी सामने आया था कि परिषद के बैठक में पूर्व में इस विषय को एक सिरे से नकार दिया गया था और मुर्गी फार्म के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिए जाने का फैसला लिया गया था। जिसके बाद 9 दिसंबर 2022 को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया था। उक्त अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किए जाने के कुछ दिनों बाद मामला पार्षदों के सामने आया, जिस पर पार्षदों ने सीएमओ, राजस्व प्रभारी एवं अन्य से इस विषय पर पूछताछ की। जिसके बाद नगर पंचायत गंडई के सीएमओ अनुराग झा ने ये कहते हुए कि किसी कर्मचारी या व्यक्ति ने मेरा फर्जी दस्तखत कर अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया है। गंडई थाना में इसकी लिखित शिकायत करते जांच की मांग की। कुछ दिनों बाद मामले पर सार्थक परिणाम सामने न आते देख निकाय के अध्यक्ष चेतन देवांगन, पार्षदगण लियाकत अली, दिलीप ओगरे, भिगेश यादव, सूरज नामदेव, क्रांति ताम्रकार ने जिला कलेक्टर केसीजी को 10 बिंदुओं पर लिखित शिकायत करते जांच और जांच उपरांत दोषी पाए जाने वालों पर उचित कार्रवाई की मांग की है।
बता दें कि उक्त मामले पर जांच प्रक्रिया शुरू हो गया है। बीते दिन एसडीएम रेणुका रात्रे ने गंडई नगर पंचायत में संबंधितों का ब्यान लिए है और बाकी के जिम्मेदारों का भी जल्द ब्यान लिया जाना है। इस मामले पर संचालक डॉ. यूएस श्रीवास्तव ने कहा कि निकाय का मामला है, वहां के अधिकारी ही अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर सकते हैं। बाकी और जानकारी लेने के बाद ही इस मामले पर कुछ बता पाऊंगा। पशु चिकित्सालय छुईखदान के पशु चिकित्सक डॉ. आरपी टंडन ने बताया कि हमने कोई अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी नहीं किया है, हमने ये कहा है कि आपने मुर्गा दुकान खोलने नगर पंचायत में अनापत्ति मांगी है। चूंकि पशुधन विकास विभाग को मुर्गा दुकान खोलने पर कोई आपत्ति नहीं है। बशर्ते साफ-सफाई का ध्यान रखा जाए। अनुविभागीय अधिकारी रेणुका रात्रे ने बताया कि निकाय में संबंधितों का ब्यान लिया गया है। अभी पशुचिकित्सक का ब्यान और लिया जाना है। जिसके बाद ही मामले की सही जानकारी दिया जाएगा।