जगदलपुर। मेकाज में करीब एक माह से अपना इलाज करा रही संजय गांधी वार्ड की महिला पार्षद को मंगलवार की दोपहर बोधघाट पुलिस गिरफ्तार करके अपने साथ ले गई, जहां उसे न्यायालय में पेश करने के बाद उसे सेंट्रल जेल भेजा गया। जहां से उसे रात साढ़े 10 बजे फिर मेकाज में भर्ती किया गया। पार्षद को मलेरिया होने की खबर है। ज्ञात हो कि संजय गांधी वार्ड की महिला पार्षद कोमल सेना के द्वारा वार्ड के 47 लोगों से आवास दिलाने के नाम पर 25 -25 हजार रुपये लेने का मामला तूल पकड़ा था, जिसके बाद उन्हें जेल भेजे जाने की बात कही गई थी।
मामले के बारे में जानकारी देते हुए वार्ड के लोगों ने बताया कि संजय गांधी वार्ड की 47 महिलाओं को आवास योजना के तहत 25-25 हजार रूपये लेने के बाद न ही आवास दिलाया और न ही पैसा वापस किया गया, जिसके बाद इस मामले को लेकर वार्ड के लोगो ने मामले की शिकायत की, जहां कुछ भी रिपोर्ट दर्ज न होने पर भाजपा इन वार्डवासियों के समर्थन में आये, जहां मामला तूल लेता गया, 2 माह तक चले विवाद के बाद आखिरकार फरवरी के अंतिम दिनों में महिला पार्षद के खिलाफ 420 के तहत मामला दर्ज किया गया, लेकिन जेल जाने से पहले ही पार्षद का टेस्ट कराया गया, जहाँ रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद महिला पार्षद को मेकाज भेज दिया गया, वहीं पूरी कार्यवाही के दौरान महिला पुलिस के साथ ही प्रभारी आदि ने अपना टेस्ट कराने के साथ ही सभी को होम आइसोलेट कर दिया गया है।
बताया गया कि संजय गांधी वार्ड की महिला पार्षद कोमल सेना को बोधघाट पुलिस ने घर से गिरफ्तार कर लिया, पार्षद को न्यायालय में पेश भी किया गया, जहां कांग्रेसी पार्षद कोमल सेना को बेल नहीं मिली, महिला पार्षद को जेल ले जाने से पहले चांदनी चौक स्थित कोविड सेंटर में कोरोना टेस्ट कराया गया, जहां रिपोर्ट पॉजिटिव आने के कारण पार्षद कोमल को जेल की जगह मेडिकल कॉलेज में भर्ती कर दिया गया।
पार्षद कोमल सेना पर वार्ड के 47 लोगों से प्रधानमंत्री आवास योजना आवास दिलाने के नाम पर 25-25 हजार रुपए लेने की बात सामने आई थी, जिसके बाद वार्ड के लोगों ने भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर 25 दिनों तक बोधघाट थाने के सामने टेंट लगाकर धरना-प्रदर्शन भी किया, एफआईआर दर्ज नहीं होने के चलते भाजपाईयों की एक टीम राज्यपाल तक इसकी शिकायत की, जहाँ लंबें समय के बाद शनिवार को कांग्रेसी पार्षद कोमल सेना के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया, वहीं 3 मार्च को उसे कोविड वार्ड में भर्ती किया गया था।
जबकि 5 मार्च को उसे फीमेल वार्ड में शिफ्ट किया गया, जहाँ 1 माह तक इलाज के बाद आखिरकार मंगलवार 5 अप्रैल को उसे बोधघाट पुलिस अपने साथ ले गई, जहाँ से उसे सेंट्रल जेल भेजा गया, वहां मलेरिया होने की मेडिकल रिपोर्ट दिखाई। रात साढ़े 10 बजे उसे फिर मेकाज में भर्ती किया गया। इस मामले में सीएसपी हेमसागर सिदार ने बताया कि महिला पार्षद को पहले ही न्यायालय ने जेल दाखिला किये जाने की बात कही थी, लेकिन स्वास्थ्य खराब होने के चलते मंगलवार रात को फिर से मेकाज भर्ती कर दिया गया है।