बीजेपी नेता के रिश्तेदार के प्लांट में पुलिस का छापा, 13 जुआरी पकड़े गए
छग
छुरिया। छुरिया से लगभग 11 कि. मि.दूर पर हैदलकोड़ो मे सड़क के किनारे है। सूत्रों से मिली जानकारी है कि डोगरगाँव के पिन्टू गाँधी नामक व्यक्ति का क्रेशर प्लाट है जहाँ लम्बे समय से प्रति दिन रात मे जुआड़ियों का जमवाड़ा होता रहता था,जहाँ लाखो का जुआ चलने की खबर है।आसपास से गुजरने वाले ग्रामीण इस गतिविधि से अंजान नहीं थे पर उक्त व्यक्ति भाजपा के एक प्रभावशाली नेता के परिवार का बताया जा रहा है, उनके आतंक व रौब के चलते अबतक क्षेत्र के ग्रामीण मुह बंद रखे हुए थे पर कृत्यों सेअनजान नहीं थे।ग्रामीणो के मुताबिक बगैर गैन्दाटोला क्षेत्र मे सत्ता दल व विपक्ष के कुछ सफेदपोश लोगों द्वारा अवैध कार्य शराब जुआ को पुलिस के मिलीभगत से अंजाम दे रहे है जानकारी है. यहाँ बेखौफ तरीकें से लम्बे समय से जुआ चल रहा था खबर है ,इस क्रेशर मशीन के आफिस पर भाजपा और काग्रेंस दोनो दलो के नेता व्यपारी रात मे मंहगी कारो मे जुआ खेलने आते थे। आज जब चुनाव करिब आ रहा है तब उच्चअधिकारियों अचानक एक्शन मुड मे आकर ऐसे अवैध कार्य पर कार्यवाही कर खानापूर्ति कर अपने को पाकसाफ बताने के कोशिश मे लगे हुए है , गैन्दाटोला पुलिस देर से जागी है, पर जिला मुख्यालय से जिस तरह कार्यवाही को लेकर नियंत्रण रखा गया था उसमे गेंदाटोला पुलिस काफी दबाव मे नजर आई पर जैसे तैसे छापे के कार्यवाही को अंजाम दिया खबर है.
पुलिस सूत्रो से इन पर जुआ एक्ट मे कार्यवाही
गैन्दाटोला जुआ के मामले पर पुलिस ने सौरभ सिंह पिता बुद्धेश्वर सिंह ठाकुर चिखली राजनांदगांव, कुबेर वैष्णव पिता विरेन्द्र बहादुर राजनांदगांव, प्रतीक कुमार ठाकुर पिता पवन कुमार ठाकुर डोंगरगांव, अमिताभ जैन पिता संतोष जैन डोंगरगांव, प्रमोद अग्रवाल पिता झिंगरलाल अग्रवाल डोंगरगांव, नरेश सोनकर पिता मदन सोनकर बगदई डोंगरगांव, सौरभ सिंह पिता शैलेन्द्र सिंह राजपूत बगदई डोंगरगांव, मुकेश कुमार जैन पिता अमरचंद जैन डोंगरगांव, राजू खान पिता रमजान खान डोंगरगांव, योगेश कुमार जैन पिता प्रकाशचंदन जैन डोंगरगांव व जागेश्वर साहू पिता हनुमान साहू डोंगरगांव को पकड़कर कार्रवाई की। सभी के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है । जबकि सूत्रों के मुताबिक वहाँ लगभग 20 से 25 लाख का जुआ चल रहा था वहीं अन्य जुआड़ियों का आरोप है मौके से दो बड़े नेताओं को भगाने मे कुछ पुलिस वालो ने मदद भी किया है ,ऐसी चर्चा से क्या पुलिस की छवि बेहतर ऐसा मे बेहतर होगा नही लगता है। कार्यवाही से हाथ पैर पुलिस के फुल रहे है और वही पुलिस हजार पांच हजार के जुए पर वहवाही लूटती नजर आती है क्यों की सामान्य और प्रभावशाली लोगों पर कार्यवाही मे भी नजरिया और नजराने का खेल होता है।