पुलिसकर्मियों और नर्सिंग के छात्र-छात्राओं के साथ झूमाझटकी, मारपीट का लगाया आरोप

Update: 2021-04-06 14:37 GMT

रायपुर। कोरोना काल जैसे संक्रमण में डॉक्टर को पूजना चाहिए लेकिन शहर के ग्रामीण क्षेत्र में तो पुलिस वाले ही नर्सिंग की पढाई करने वाले युवाओं को दौड़ा-दौड़ा कर मार रही है। राजधानी में जहा एक तरफ कोरोना संक्रमण के चलते छत्तीसगढ़ राज्य के कई जिलों में पुन: लॉकडाउन लगाने की स्थिति आ गई है। और इस कोरोना महामारी से लडऩे के लिए देश भर के डॉक्टर अपनी जान की परवाह किए बिना मरीज़ों की सेवा में लगा हुए है, वही दूसरी तरफ राखी पुलिस नर्सिंग की पढाई करने वाले छात्र-छात्राओं को आंदोलन करने से रोक रही है मगर पुलिस की बर्बरता देखिए कि नर्सिंग स्टूडेंट युवाओं को बेरहमी से घसीट भी रही है। और उन्हें मार भी रही है। कोरोना से कोई भी व्यक्ति अछूता नहीं रह गया है लेकिन उसके बाद भी राखी पुलिस ये नहीं समझ रही है कि डॉक्टर उनकी जान बचाने का काम करते है।

ये है पूरा मामला

राजधानी के राखी थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वास्थ्य स्मृति आयुष विश्वविद्यालय में आज 500 से भी ज्यादा युवा ऑनलाइन परीक्षा करवाने की मांग को लेकर घेराव करने गए थे। इस घेराव की भीड़ इतनी थी कि अभनपुर पुलिस को बुलाना पड़ गया। लेकिन पुलिस वालों ने डॉक्टर युवाओं को ही पीट दिया। डॉक्टर जिन्होंने पिछले साल कोरोना काल में मरीज़ों की बहुत सेवा की उनकी आज ये दुर्दशा है कि पुलिस वाले ही उन्हें मार रहे है। युवाओ की एक मांग है कि उनकी परीक्षा ऑनलाइन होनी चाहिए और ऑफलाइन परीक्षा ना हो। इस मांग को लेकर युवाओं ने आज आयुष विश्वविद्यालय का घेराव किया और हालात जब बद से बदत्तर हो गए पुलिस पुलिस ने युवाओं को और युवतियों को घसीटा और जमकर हंगामा किया। 

नर्सिंग के छात्र-छात्राओं ने लगाया गंभीर आरोप - जनता से रिश्ता के संवाददाता को नर्सिंग के एक छात्र ने बताया कि पुलिस वालों ने छात्र-छात्राओं के साथ मारपीट और झूमाझटकी की. जिसमे कुछ नर्सिंग के छात्राओं को मामूली चोटे आई है. पुलिस वाले नर्सिंग के छात्र-छात्राओं का सहयोग ना करके उल्टा उनके साथ ही बदसलूकी करने लगे. जब मामला हाथ से फिसलता दिखा तो पुलिस ने भारी बल का भी प्रयोग किया। हैरान करने वाली बात ये है,कि पुलिस के साथ कोई महिला आरक्षक नहीं थी. मगर फिर भी पुलिस ने छात्राओ को हाथ से पकड़कर विश्व विद्यालय से बाहर करवाया। इसका जिम्मेदार कौन?

राखी थाना प्रभारी ने जनता से रिश्ता को बताया कि नर्सिंग के छात्र-छात्राओं ने आज दोपहर उपरवारा चौकी राखी थाना क्षेत्र अंतर्गत आयुष विश्वविद्यालय का घेराव किया। जिसमे पुलिस बल द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और संक्रमण से बचने के लिए युवाओं को बार-बार हिदायत दी गई.लेकिन जब युवा नहीं मानें तब पुलिस ने बल का प्रयोग किया। और अगर इस बल प्रयोग में किसी भी नर्सिंग के छात्र-छात्राओं को चोट लगी है, तो वे बेहिजक थाने में FIR दर्ज करा सकते है. 

नर्सिंग के छात्र-छात्राओं को

1. कोविड-19 के कारण छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हुई है

2. कोविड-19 एक बार फिर से तेज़ी से बढ़ रहा है

3. हाल ही में कई नर्सिंग कॉलेजों में कोरोना वायरस निकले हैं जिनमें से कुछ नर्सिंग कॉलेजों के नाम है जैसे कि पार्वती नर्सिंग कॉलेज अंबिकापुर छत्तीसगढ़, आर बी नर्सिंग कॉलेज बिलासपुर छत्तीसगढ़, एम एम आई नर्सिंग कॉलेज रायपुर,बिलासपुर छत्तीसगढ़ इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग बिलासपुर छत्तीसगढ़ , संदीपनी एकेडमी दुर्ग छत्तीसगढ़, बिलासा इंस्टिट्यूट ऑफ़ नर्सिंग कॉलेज छत्तीसगढ़, सुयश कॉलेज ऑफ नर्सिंग दुर्ग छत्तीसगढ़, गवर्नमेंट नर्सिंग कॉलेज बिलासपुर छत्तीसगढ़, सृष्टि नर्सिंग कॉलेज कोरबा छत्तीसगढ़ इसी तरह अन्य कई कॉलेजों के छात्र संक्रमित हो रहे हैं।

4. छात्र-छात्राएं गांव एवं अन्य राज्यों से अध्ययनरत हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ द्वारा नर्सिंग की ऑफलाइन समय सारणी की तिथि निर्धारित की गई है।

5. प्रदेश के अलग-अलग जगहों से छात्र-छात्राएं परीक्षा देने आएंगे जिससे संक्रमण का खतरा है छात्रों के साथ अभिभावक भी इस विषय को लेकर चिंतित हैं संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है उक्त महामारी में वृद्धि भी देखने को मिल रही है तथा छात्र-छात्राएं भी संक्रमित हो रहे हैं नर्सिंग छात्र पहले से ही छः माह पीछे चल रहे हैं ऑनलाइन परीक्षा लेने से शैक्षणिक सत्र में समानता आ सकती है।

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