रायपुर। ठेले-खोमचे और दुकानों से बाहर सामान निकालकर कारोबार करने वालों की वजह से शहर का बिगड़ा ट्रैफिक सुधारने सोमवार को सुबह पुलिस और निगम का अमला बाजारों में उतरा। नगर निगम की पांच अलग-अलग जोन की टीम और पुलिस तथा ट्रैफिक अमले के 50 से ज्यादा जवानों ने दोपहर तक सभी सड़कों को कब्जा मुक्त कर लिया। 400 से ज्यादा दुकानदारों के ठेले, सड़कों पर रखे सामान और हैंगर जब्त कर लिए गए। दोपहर करीब 2 बजे तक कार्रवाई चली, लेकिन जैसे ही अमला बाजार से हटा दुकानदारों ने हमेशा के तरह सड़क पर फिर कर लिया कब्जा। कारोबारियों को उम्मीद ही नहीं बल्कि पूरा विश्वास भी है कि कार्रवाई केवल एक दिन चलेगी, उन पर सख्ती नहीं होगी इसलिए शाम को स्थिति फिर वैसी हो गई जैसी कार्रवाई से पहले थी।
इसके साथ ही ट्रैफिक जाम होने लगा और लोग परेशान होने लगे। एंबुलेंस या फायर ब्रेगेड जैसे वाहनों की जरूरत शहर के किसी भी गली, मोहल्ले या सड़कों पर किसी भी समय पड़ सकती है। इसलिए सड़कें इतनी खुली और स्मूद होनी चाहिए कि किसी भी वक्त जरूरत पड़ने पर गाड़ियां बिना रुकावट आना-जाना कर सकें।
लोगों में बिजनेस सेंस है कि सड़कों पर सामान निकालकर कारोबार करने से धंधा ठीक चलता है, लेकिन सिविक सेंस की दिक्कत है। सड़कों पर सामान निकालकर, शेड लगाकर और सड़कों को आधा घेरकर कारोबार करने से उन इलाकों में रहने वाले लोगों को इमरजेंसी के दौरान कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।